जानिए कि रोज़ाना खाई जाने वाली बिस्किट कैसे आपके स्वास्थ्य को नष्ट कर रही हैं। मैदा, चीनी और ट्रांस फैट का असली खतरा।
जानिए कि रोज़ाना खाई जाने वाली बिस्किट कैसे आपके स्वास्थ्य को नष्ट कर रही हैं। मैदा, चीनी और ट्रांस फैट का असली खतरा।
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए आभा हेल्थ आईडी कार्ड (ABHA - Ayushman Bharat Health Account) शुरू किया गया है। अब बिना लंबी कतारों में लगे OPD की पर्ची बनाना, मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रखना और आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाना आसान हो गया है।
एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि 7 घंटे से कम की नींद लेने से इंसानों की याददाश्त कमजोर हो सकती है। अगर आप 7 घंटे से कम नींद लेते हे तो जानिए क्या क्या दिक्कत होती है|
वर्क लोड की वजह से पिछले दिनों Ernst & Young कंपनी की 26 साल की CA अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई। आइये इस पोस्ट के माध्यम से जानते है की आप अपने काम के वर्क लोड को कम कैसे कर सकते हैं...
देश में लगभग 5 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोग फंगल से होने वाली गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इनमें 10 प्रतिशत अर्थात करीब साठ लाख लोगों को ऐसी बीमारियां हैं जिनसे मौत भी हो सकती है।
कोरोना के बाद चीन में एक घातक वायरस WELV पाया गया है। जो की टिक्स के काटने से शरीर में फैलता है। इससे संक्रमित होने पर नर्वस सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। जिसकी वजह जानकर आपके भी पसीने छूट सकते हैं।
जब भी किसी व्यक्ति को छोटी-मोटी चोट लग जाती है, तो उसे बैंडेज लगा दिया जाता है। इसे लगाने से छोटी चोंटों से छुटकारा मिल जाता है। आमतौर पर हर घर में एक फर्स्ट एड बॉक्स तो जरुर होता है और उसमें बैंडेज भी मिल ही जाएगी। ये किसी फैमिली मेंबर से कम नहीं है। क्योंकि सालों से लोग बैंडेज का उपयोग अपनी चोट को ठीक करने के लिए करते
मॉनसून के आगमन का इंतजार तो हर किसी को होता है। किसी के लिए मॉनसून का अनुभव अच्छा होता है तो किसी के लिए परेशानियों से भरा हुआ। मॉनसून में जहां एक तरफ जल भराव की वजह से बाढ़ के हालात बन जाते हैं। वहीं दूसरी ओर बारिश के इस मौसम ने लोगों में आई फ्यू जैसे बीमारियों का खतरा बढ़ा दिया है।
आजकल लोगों में नाखून चबाने की आदत काफी सामान्य हो गई है और आमतौर पर यह आदत बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती है। अक्सर हमनें लोगों को नाखूनों चबाते हुए देखा ही होगा ।लोग ऐसा तब करते हैं जब वह किसी चीज को लेकर काफी ज्यादा चिंतित होते है। नाखून चबाने की आदत का आपके दांतों के साथ-साथ आपके स्वास्थय पर भी काफी बुरा असर पड़ सकता
कोरोना जैसी महामारी की दहशत को लोग अभी पूरी तरह से भूल भी नही पाए थे कि गुजरात से उपजे एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है। इस वायरस को चांदीपुरा वायरस नाम दिया गया है और यह वायरस बच्चों के लिए घातक साबित हो रहा है।
बात करे बी.पी यानी ब्लड़ प्रेशर की,जब बल्ड प्रेशर का लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है,तब आप डायबिटीज का शिकार हो जाते है।यह एक बेहत खतरनाक बीमारी मानी जाती है,क्योंकि इसे कंट्रोल तो किया जा सकता है परन्तु इसका ईलाज संभव नही है।
आज के समय में डायाबिटीज की समस्या घरों में आम-सी बन गई है। यह एक ऐसी समस्या है जो कि इंसान के भीतर रक्त में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होने से होती है।
मल्टीग्रेन आटे में कई सारे अनाज मिलाकर आटा बनाया जाता है। इस आटे में बाजरा, ज्वार, जौ, कोडो और किनोआ जैसे खनिज को मिलाकर बनाया जाता है। मल्टीग्रेन आटा दो या दो से अधिक अनाजों को मिलाकर बनाया जाता है। ऐसे में इसका पोषण मूल्य गेहूं जैसे एकल अनाज के आटे से अधिक होता है जो की प्रोटीन, फाइबर और कई सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर
गांठ रिश्तों में हो या शरीर में दोनों ही जगह नुकसानदेह होता है। वैसे देखने पर दोनों ही परिस्थितियों, बाहरी रूप से सामान्य लगती हैं परंतु अंदर से ये इंसान को खोखला करने का भी काम कर सकती हैं। ठीक ऐसे ही हमारे गले में या शरीर के किसी भाग में गांठ होने पर भी होता है जिसका ज्यादा दिन तक हमारे शरीर में होना कैंसर, टीबी, पाचन-तंत्र जैसे बीमारियों
पोटेशियम आपकी नसों, मांसपेशियों और हृदय को ठीक से क्रियान्वयन करने में मदद करता है, और आपकी सेल्स के आसपास न्यूट्रिएंट्स से भरे तत्वों और अपशिष्ट को स्थानांतरित करने में भी मदद करता है। पोटेशियम एक केमिकल कंपाउंड है; इसको सिंबल K से डिनोट किया जाता है और इसमें परमाणु की संख्या 19 होती है।