ऑफिस में बढ़ते काम के प्रेशर के चलते लोगों को कई मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस लेख में जानते हैं कि वर्क स्ट्रेस के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय क्या हो सकते हैं?
ऑफिस में 9 से 5 की जॉब कब नौ से दस घंटे कि बन जाती है लोगों को पता ही नहीं चल पाता है। अपने दिन का ज्यादातर समय ऑफिस में बिताने के चलते इस माहौल में बढ़ने स्ट्रेस का असर लोगों की मानसिक स्थिति को खराब करने का एक मुख्य कारण बनता है।
दरअसल, प्रोमोशन और सैलरी के ग्राफ को लगातार बढ़ाने के लिए लोग दिन रात जी तोड़ मेहनत करते हैं। ऐसे में कई बार उनको स्ट्रेस, तनाव और कई प्रोजेक्ट के सही तरह से वर्क न करने के चलते एंगजाइटी का भी शिकार होना पड़ता है।
जब काम का बोझ अत्यधिक बढ़ जाता है, और काम के टारगेट को पूरा करने के लिए समय सीमा कम होती है, तो यह स्ट्रेस का मुख्य कारण बन सकता है।
जब व्यक्ति को सही दिशा-निर्देश और संसाधन नहीं मिलते हैं तो उसको तनाव होने लगते हैं। जिससे व्यक्ति काम में असफल महसूस करता है।
• लगातार थकान और एनर्जी की कमी: जब हम लगातार काम करते रहते हैं, तो शरीर थक जाता है और एनर्जी की कमी महसूस होती है।
• नींद की समस्या: काम का तनाव नींद को प्रभावित करता है और हम रात को अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं।
• काम में रुचि की कमी: जब हम काम के बोझ से दबे रहते हैं तो हम काम में रुचि खोने लगते हैं।
• असहनीय दबाव और समय की कमी महसूस करना: लगातार काम करने के कारण हम असहनीय दबाव महसूस करते हैं और लोगों को लगता है कि उनके पास समय की कमी है।
• शारीरिक समस्याएं: काम का तनाव सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पाचन संबंधी समस्याएं आदि जैसी शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
वाकिंग, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज नियमित रूप से करें। आधे घंटे की वाक स्ट्रेस को रिलीज़ करने में मदद करेगी।
डिजिटल वर्ल्ड में 24 घंटे ऑफिस के लिए उपलब्ध होने की बाध्यता ही सबसे अधिक परेशानी बढ़ा रही है।
तनाव और बर्नआउट के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए हमें समय समय पर अवकाश लेना चाहिए।
यदि आपका स्वास्थ्य अधिक प्रभावित हो रहा है, तो अपने सीनियर से बात करें। आपका स्वास्थ्य सबसे अहम है। स्वस्थ रहने पर ही आप अपनी प्रोडक्टिविटी से कंपनी को लाभान्वित कर पाएंगी।
विश्वसनीय मित्रों और परिवार के सदस्यों से बातचीत करने पर तनाव को प्रबंधित करने में आपको मदद मिल सकती है। कई बार लोगों से स्वस्थ बातचीत करने पर कोई न कोई हल निकल आता है।
This post is written by Vinay Dubey
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा की राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।