भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक यह भागीदारी 25% तक पहुंच जाएगी, जबकि 2030 तक 35% तक बढ़ने का अनुमान है।
भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक यह भागीदारी 25% तक पहुंच जाएगी, जबकि 2030 तक 35% तक बढ़ने का अनुमान है।
भारत की टेलीकॉम इंडस्ट्री घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से विकास कर रही है और इसमें असीम संभावनाएं मौजूद हैं। सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के अनुसार, 1,187 मिलियन ग्राहकों के साथ शहरी क्षेत्रों में टेली-घनत्व 131.01% तक पहुंच चुका है।
भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि भारत की पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप 2025 तक उत्पादन के लिए तैयार हो जाएगी। इस उपलब्धि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में एक बड़ी सफलता बताया।
जनवरी में भारत का स्मार्टफोन निर्यात पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 140 प्रतिशत बढ़ा है, जो सरकार की उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना का महत्वपूर्ण परिणाम है। इस बढ़ोतरी से भारत को 25,000 करोड़ रुपए (3 बिलियन डॉलर) की रिकॉर्ड कमाई हुई है।
देश में स्पैम कॉल और अनचाहे वाणिज्यिक संदेशों (UCC) पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने दूरसंचार कंपनियों पर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है। सरकार के इस कड़े कदम का उद्देश्य उपभोक्ताओं को स्पैम से राहत दिलाना और टेलीकॉम ऑपरेटर्स की जवाबदेही तय करना है।
भारत सरकार ने ChatGPT और DeepSeek जैसे AI-सक्षम टूल्स के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश जारी किया है। 29 जनवरी 2025 को जारी वित्त मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि सरकारी कंप्यूटरों पर AI एप्लिकेशन का उपयोग सरकारी गोपनीयता को खतरे में डाल सकता है।
भारत जल्द ही अपना स्वदेशी जेनरेटिव AI मॉडल लॉन्च करने की तैयारी में है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि अगले 10 महीनों में यह मॉडल उपलब्ध हो जाएगा। सरकार ने इसके लिए 10 कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत डिजिटल क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था रिपोर्ट 2024 के अनुसार, देश अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डिजिटल देश बन चुका है और आने वाले पांच वर्षों में इसका योगदान कृषि और विनिर्माण से भी ज्यादा होने की उम्मीद है।
भारत का नाम तकनीकी और विज्ञान प्रौद्योगिकी के मामले में सदैव सराहनीय रहा है। रेल विभाग के इतिहास में तकनीकी का एक ओर पन्ना जुड़ गया है। दरअसल, भारत नें पहली हाइड्रोजन रेल का निर्माण किया गया है।
महाकुंभ 2025 को डिजिटल और अत्याधुनिक बनाने के लिए एक नया कदम उठाया गया है। गूगल मैप के माध्यम से श्रद्धालु और पर्यटक अब महाकुंभ मेले के प्रमुख स्थलों का 360 डिग्री व्यू अपने मोबाइल पर देख सकेंगे।
महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालुओं के प्रयागराज में एकत्र होने की संभावना के चलते, संचार व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार और दूरसंचार विभाग ने व्यापक योजना बनाई है।
तेजी से तकनीक के माद्यम से जुड़ती दुनिया में, जहां स्मार्टफोन हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। पर इसके साथ ही एक नया खतरा भी सामने उभर के सामने आ रहा है जो उपयोगकर्ताओं को जोखिम में डाल सकता है वह है सिम जैकिंग।
इंटरनेट आज के युग में कितना जरूरी है इसपर बात करना मुनासिब नहीं है। इस काल में हर समय किसी न किसी रूप में हमें इसकी जरूरत है। ऐसे में आज हम जानेंगे कि पब्लिक Wifi यूज करने के लिए कितना सेफ है...
सौर ऊर्जा का भविष्य उज्जवल है, समय के साथ इसकी लोकप्रियता और उपयोगिता में लगातार वृद्धि देखने को मिली है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) ने अपनी एक नई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है कि सौर ऊर्जा उत्पादन की लागत 2050 तक 60 प्रतिशत तक घट सकती है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एलन मस्क के स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट का उपयोग करके, अपने उपग्रह जीसैट एन-2 जिसे जीसैट-20 के नाम से भी जाना जाता है को लॉन्च किया जा चुका है।