भारत की टेलीकॉम इंडस्ट्री घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से विकास कर रही है और इसमें असीम संभावनाएं मौजूद हैं। सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के अनुसार, 1,187 मिलियन ग्राहकों के साथ शहरी क्षेत्रों में टेली-घनत्व 131.01% तक पहुंच चुका है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 58.31% है। हालांकि, दोनों क्षेत्रों में अभी भी बड़ी संभावनाएं बनी हुई हैं।
5G रोल-आउट में तेजी, नए हैंडसेट और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी पर जोर
COAI के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. एसपी कोचर के अनुसार, 5G सेवाओं का विस्तार तेज गति से हो रहा है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), स्वदेशी डेटा सेट और स्थानीय डेटा केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
सरकार ने माल और सेवा कर (GST) रिफंड और बैंक गारंटी हटाने जैसे वित्तीय सुधार लागू किए हैं, जिससे टेलीकॉम सेक्टर को मजबूती मिली है।
6,000 से 7,000 रुपये की कीमत वाले किफायती 5G स्मार्टफोन विकसित करने पर शोध चल रहा है, जिससे हर व्यक्ति तक 5G सेवाएं पहुंचाई जा सकेंगी।
दूरदराज के इलाकों में सैटेलाइट टेक्नोलॉजी की मदद से कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है, जहां स्थलीय नेटवर्क उपलब्ध कराना संभव नहीं है।
घरेलू टेलीकॉम निर्माण को बढ़ावा, आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
भारत सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर को आयात पर निर्भरता कम करने और इसे वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने के लिए घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को प्राथमिकता दी है।
उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत भारी निवेश आकर्षित किया गया है। इससे आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा मिला है और भारत की निर्यात क्षमता में भी वृद्धि हो रही है।
स्पैम और साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ कड़े कदम
भारत दुनिया का सबसे अधिक लागत-प्रतिस्पर्धी टेलीकॉम बाजार होने के बावजूद डेटा खपत में अग्रणी बन चुका है।
टेलीकॉम सेक्टर ने साइबर धोखाधड़ी और स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए AI-ड्रिवन वॉर्निंग सिस्टम लागू किया है।
यह संभावित घोटालों को पहचानकर ग्राहकों को सचेत करता है, जिससे धोखाधड़ी वाली कॉल्स को रोकने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है।
BSNL को 16 वर्षों बाद मुनाफा, दूरसंचार क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने 2007 के बाद पहली बार लाभ दर्ज किया है। वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में BSNL ने 262 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
यह सफलता कंपनी की आक्रामक नेटवर्क विस्तार नीति, लागत अनुकूलन, और ग्राहक-केंद्रित सेवाओं के कारण संभव हो सकी है।
सरकार के स्पेक्ट्रम आवंटन और पूंजी निवेश जैसे रणनीतिक पुनरुद्धार उपायों से भी BSNL को मजबूती मिली है।
भारत की टेलीकॉम इंडस्ट्री अगले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व विकास करने के लिए तैयार है। 5G, सैटेलाइट टेक्नोलॉजी, घरेलू मैन्युफैक्चरिंग और साइबर सुरक्षा में हो रहे बड़े बदलाव देश को वैश्विक टेलीकॉम लीडर बनाने की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं।