भारत जल्द ही अपना स्वदेशी जेनरेटिव AI मॉडल लॉन्च करने की तैयारी में है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि अगले 10 महीनों में यह मॉडल उपलब्ध हो जाएगा। सरकार ने इसके लिए 10 कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है। यह मॉडल ChatGPT, Gemini और DeepSeek जैसे लोकप्रिय AI प्लेटफॉर्म को टक्कर देगा और भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित करेगा।
STORY | Global AI race: India to create own foundational model, says Union Minister Ashwini Vaishnaw
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— Press Trust of India (@PTI_News) January 30, 2025
भारत के AI मॉडल की खासियतें
➡️ मेड इन इंडिया AI: यह पूरी तरह से भारत में विकसित किया जाएगा।
➡️ ग्लोबल AI मार्केट में प्रतिस्पर्धा: अमेरिकी और चीनी AI कंपनियों के प्रभुत्व को चुनौती देगा।
➡️ स्वदेशी GPU इंफ्रास्ट्रक्चर: सरकार के पास वर्तमान में 18,693 ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) उपलब्ध हैं।
➡️ 10 कंपनियों को मिली हरी झंडी: रिलायंस जियो, टाटा कम्युनिकेशन, ओरिएंट टेक, योट्टा कॉम जैसी कंपनियां इस मिशन का हिस्सा होंगी।
भारत जल्द ही Generative AI की दुनिया में बड़ी छलांग लगाने वाला है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि अगले 10 महीनों में भारत का पहला स्वदेशी जेनरेटिव AI मॉडल लॉन्च किया जाएगा। यह ChatGPT, Gemini और DeepSeek जैसे लोकप्रिय AI मॉडल को कड़ी चुनौती देगा और भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित करेगा।
Generative AI में भारत की ऐतिहासिक पहल
भारत का यह AI मिशन स्टार्टअप्स, टेक्नोलॉजी कंपनियों और इनोवेशन इकोसिस्टम के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। यह पहल डिजिटल इंडिया को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के साथ-साथ वैश्विक AI बाजार में भारत की स्थिति मजबूत करेगी। क्या भारत का AI मॉडल अमेरिका और चीन को मात दे पाएगा? आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा!