1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तराखंड
  3. Dehradun : मॉनसून के शुरुआती दौर में भूस्खलन को लेकर PWD ने कसी कमर

Dehradun : मॉनसून के शुरुआती दौर में भूस्खलन को लेकर PWD ने कसी कमर

Dehradun : मॉनसून की शुरुआत में उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण 128 सड़कें बंद हो गई हैं। PWD विभाग ने 1104 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर JCB और पोकलैंड मशीनें तैनात की हैं। अधिकारियों के मुताबिक सड़कें जल्द खोलने और भविष्य में भूस्खलन रोकने के लिए तेजी से काम चल रहा है।

By: RNI Hindi Desk 
Updated:
Dehradun : मॉनसून के शुरुआती दौर में भूस्खलन को लेकर PWD ने कसी कमर

उत्तराखंड में मॉनसून सीज़न की शुरुआत होते ही कई जगहों से भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। हालात यह हैं कि प्रदेश में 128 सड़कें पूरी तरह बंद हो गई हैं, जिन्हें लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा खोलने का काम तेजी से किया जा रहा है।

PWD के वरिष्ठ स्टाफ़ ऑफ़िसर विजय कुमार ने बताया कि भूस्खलन की समस्या को देखते हुए विभाग ने पिछले वर्षों के आंकड़ों का विश्लेषण किया और 1104 संवेदनशील स्थान चिन्हित किए हैं, जहां भूस्खलन की आशंका सबसे अधिक रहती है। इन सभी चिन्हित इलाकों में JCB और पोकलैंड मशीनों की पहले से तैनाती की गई है, ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

विजय कुमार ने कहा कि मॉनसून सीज़न उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों में हमेशा चुनौतीपूर्ण रहता है, लेकिन विभाग ने अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लिया है। संवेदनशील स्थानों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, और मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

उन्होंने बताया कि कई मार्गों पर मलबा हटाने का काम चल रहा है, जबकि कुछ स्थानों पर मौसम में सुधार होने के बाद ही मशीनरी भेजी जाएगी। विभाग का लक्ष्य है कि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो और बंद सड़कों को शीघ्र खोला जाए।

इसके अलावा स्थानीय प्रशासन के साथ भी समन्वय स्थापित किया गया है ताकि यदि किसी स्थान पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की ज़रूरत पड़े तो राहत एवं बचाव कार्य में कोई देरी न हो। PWD ने आम जनता से भी अपील की है कि मॉनसून के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्क रहें।

वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक बीते वर्षों में जिन जगहों पर बार-बार भूस्खलन हुआ, वहां पर स्थायी समाधान की भी योजना बनाई जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की आपात परिस्थितियों को रोका जा सके।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...