एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि 7 घंटे से कम की नींद लेने से इंसानों की याददाश्त कमजोर हो सकती है। अगर आप 7 घंटे से कम नींद लेते हे तो जानिए क्या क्या दिक्कत होती है|
नींद हमारे जीवनशैली के लिए बहुत जरूरी है। अगर आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं तो कई बीमारियां जैसे कि मोटापा, हार्ट डिसीज, डिप्रेशन आदि आपको यमराज की तरह घेर लेंगी। कई कारणों से आजकल लोग अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते है जिसके चलते उन्हें कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप भी 7 घंटे या उससे कम की नींद लेते हैं तो आपकी इम्यूनिटी बहुत वीक हो सकती है, इससे दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है, जिसके चलते मेंटल हेल्थ भी खराब होगी और बीमारियां शरीर में घर बनाने लेंगी। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि कम सोने के कारण दिमाग पर क्या असर पड़ता है।
आपके शरीर में एनर्जी की कमी रहेगी जिसके चलते आपका दिमाग पूरी तरह से काम नहीं कर पाएगा। इससे आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर असर पड़ेगा। आइए जानते हैं 7 घंटे से कम सोने पर क्या दिक्कत हो सकती है-
नींद न आने की समस्या और डिप्रेशन में गहरा संबंध है।
कम सोने के कारण आपकी याद्दाश्त कमजोर हो सकती है।
अगर आप 7 घंटे या उससे कम सोते हैं तो आपके फोकस करने की क्षमता कम हो जाएगी और इसके चलते आप कोई भी नई चीज को याद रख पाने में या सीखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
अगर आपकी नींद पूरी होनके कारण से आपको गुस्सा या चिड़चिड़ेपन की शिकायत हो सकती है। उस समय आप पानी का सेवन करें और ब्रीदिंंग एक्सरसाइज प्रैक्टिस करें।
अगर लंबे समय तक आप अपनी नींद पूरी नहीं करेंगे तो आप मनोरोग के शिकार हो सकते हैं। कई तरह के फोबिया आपके दिमााग में इसी समय घर बना लेते हैं, जिसकी डिप्रेशन, एंग्जाइटी, हैलूसेनेशन, पैरोनिया जैसी बीमारियां आपको हो सकती हैं।
नींद को लेकर किसी भी प्रकार की समस्या या भ्रम होने पर अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। RNINEWS.CO.IN केवल आपको सजग रहने की सलाह दे रहा है।
This post is written by Shreyasi