1. हिन्दी समाचार
  2. जरूर पढ़े
  3. Health News: क्या आपके घर में है सीलन, तो हो जाइए सावधान हो सकती है ये बीमारी!

Health News: क्या आपके घर में है सीलन, तो हो जाइए सावधान हो सकती है ये बीमारी!

देश में लगभग 5 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोग फंगल से होने वाली गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इनमें 10 प्रतिशत अर्थात करीब साठ लाख लोगों को ऐसी बीमारियां हैं जिनसे मौत भी हो सकती है।

By: Abhinav Tiwari 
Updated:
Health News: क्या आपके घर में है सीलन, तो हो जाइए सावधान हो सकती है ये बीमारी!

भारतीयों की हेल्थ को लेकर एक डराने वाली स्टडी सामने आई है। इस स्टडी में सामने आया है कि साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा भारतीय सीरियस फंगल डिजीज से पीड़ित हैं। रिसर्चर्स का कहना है कि हर साल 30 लाख भारतीय टीबी से पीड़ित होते हैं और फंगल डिजीज से प्रभावित होने वाले भारतीयों की संख्या इससे 10 गुना ज्यादा है।

लगभग 5 करोड़ 70 लाख लोग इस फंगल से ग्रसित

देश में लगभग 5 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोग फंगल से होने वाली गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। इनमें 10 प्रतिशत अर्थात करीब साठ लाख लोगों को ऐसी बीमारियां हैं जिनसे मौत भी हो सकती है। यह जानकारी फंगस या कवक या फफूंद से होने वाली बीमारियों पर प्रकाशित 400 शोध पत्रों से सामने आई है। शोध कार्यों से पता चला है कि भारत में फंगल इन्फेक्शन होना बहुत सामान्य है।

भारत में कितने लोग फंगल इन्फेक्शन से पीड़ित हैं?

तीन भारतीय शिक्षण अस्पतालों – एम्स, नई दिल्ली, एम्स कल्याणी, पश्चिम बंगाल और पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के साथ-साथ मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों का अनुमान है कि 57 मिलियन लोग – या भारत में रहने वाले 1.3 बिलियन लोगों में से 4.4% – इससे प्रभावित होने की संभावना है।

फंगल होने का क्या है कारण

यदि आपकी त्वचा पर कोई चोट लगी है और आपके घर में सिलन है तो ऐसे में इसके ज्यादा चांसेज हैं कि यह आपकी त्वचा के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है और त्वचा में संक्रमण का कारण बन सकता है। खुद को माइक्रोस्कोपिक फंगल इन्फेक्शन से दूर रखना काफी मुश्किल है। ये इन्फेक्शन्स तब तक हानिकारक नहीं होते हैं जब तक कि आपका इम्यून सिस्टम कमज़ोर न हो। वहीं फंगल सांस के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।

घर में सीलन होने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं

घर में सीलन होने से कई तरह की बीमारियां हो सकती है, जैसे- अस्थमा, राइनाइटिस, स्किन की बीमारी, एलर्जी, आंखों की समस्या हो सकती है।

फंगल के लिए ये है गाइडलाइन्स

क्या करें

  • डॉक्टर से सलाह लेकर एंटीफंगल और एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करें।
  • अपने ब्लड शुगर लेवल और डायबिटीज़ की निगरानी करते रहें।
  • किसी भी थेरेपी को लेते समय प्रदूषण से बचने के लिए साफ पानी का उपयोग करें।
  • यदि आपको फंगस का कोई भी लक्षण दिखे तो अपने डॉक्टर से जांच कराएं और परीक्षण और स्कैन की मदद से इसकी जांच करने में संकोच न करें।
  • फंगल डिसीज़ के सभी लक्षणों पर अवश्य विचार करें।
  • उपचार में देरी न करें और ऐंटिफंगल दवाओं का उपयोग करके प्राथमिक उपचार शुरू करें।

This Post Written by Shreyasi

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा की राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...