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EMI पर राहत का इंतजार कर रहे लोगों को लगा बड़ा झटका, ब्याज दरों पर RBI ने लिया ये फैसला….

Reserve Bank बुधवार को अपनी मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा पेश करेगा। इसमें वह प्रमुख ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं कर सकता है। क्‍योंकि Coronavirus का नया स्‍ट्रेन Omicron को लेकर आर्थिक मोर्चे पर चिंता बनी हुई है।

By: RNI Hindi Desk 
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EMI पर राहत का इंतजार कर रहे लोगों को लगा बड़ा झटका, ब्याज दरों पर RBI ने लिया ये फैसला….

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया है कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजे जारी करते हुए दास ने कहा है कि नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रहेगा। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुआई वाली एमपीसी की बैठक के नतीजों की घोषणा आज सुबह 10 बजे जारी की जाएगी। रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास का मौद्रिक नीति स्टेटमेंट सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा।

6 सितंबर को शुरू हुई थी एमपीसी की बैठक

भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी बैठक सोमवार 6 दिसंबर को शुरू हुई थी। माना जा रहा है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता के चलते केंद्रीय बैंक नीतिगत दर के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगा। अगर रिजर्व बैंक आज नीतिगत ब्याज दरें बिना बदलाव के पहले स्तर पर ही बरकरार रखता है, तो यह लगातार नौवां मौका होगा जब दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार दरों में 22 मई, 2020 को बदलाव किया था।

RBI के सामने क्या चुनौतियां हैं

देश की ग्रोथ की रफ्तार बनाए रखने के अलावा रिजर्व बैंक की मौदिक नीति समिति के सामने बढ़ती महंगाई को भी काबू में रखने की चुनौती बरकरार है। अक्टूबर में हुई आखिरी क्रेडिट पॉलिसी में रिजर्व बैंक ने इस बात का संकेत दिया था कि महंगाई को 4 फीसदी पर रखने के लक्ष्य के सामने बढ़ते दामों का प्रतिकूल असर देखा जा रहा है। हालांकि आरबीआई ने देश की आर्थिक विकास की दर को लेकर मजबूत संकेत दिए थे।

आर्थिक विकास दर के लिए RBI का क्या है अनुमान

आरबीआई की एमपीसी की पिछली बैठक 6-8 अक्टूबर को हुई थी और इसमें जहां ब्याज दरों में कोई चेंज नहीं किया वहीं मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने वित्त वर्ष 2021 के लिए आर्थिक विकास दर के अनुमान को 9.5 फीसदी पर बरकरार रखा था।

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