भारत और ग्रीस की दोस्ती और अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध दिन प्रतिदिन मजबूती की और बढ़ रहें हैं। आप टाइटल देख कर सोच रहें होगें कि अब ग्रीस में क्यों गरजने को तैयार हैं भारत के सुखोई Su-30MKI लड़ाकू विमान। तब आपको बता दें कि ग्रीस में 18 अप्रैल से Iniochos-2023 अंतरराष्ट्रीय युद्धाभ्यास होने जा रहा है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायु सेना के सुखोई एसयू-30एमकेआई लड़ाकू विमान भी हिस्सा ले सकते हैं। गौरतलब है कि इसमें भारत और ग्रीस के अलावा अमेरिका, फ्रांस, इटली, जॉर्डन और सऊदी अरब जैसे कई देशों के लड़ाकू विमान भी शामिल होंगे। इस अंतराष्ट्रीय युद्धाभ्यास का एक फायदा भारतीय वायु सेना को ये होगा कि एफ-16 लड़ाकू विमान के साथ उन्हें अभ्यास करने का मौका मिलेगा। आप सभी की जानकारी के लिए बता दूं कि यह वही लड़ाकू विमान है, जिसे भारत के विरोध के बावजूद अमरीका ने पाकिस्तान को दिया था और अभी पिछले साल ही मेंटनेंस के नाम पर पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के रखरखाव के लिए 45 करोड़ डॉलर की वित्तीय मदद को मंजूरी दी है। अमरीका का कहना है कि पाकिस्तान को यह वित्तीय मदद इसलिए दी जा रही है ताकि वह वर्तमान और भविष्य में आतंकवाद के खतरों से निपट सकें। लेकिन पाकिस्तान इस वित्तीय सहायता का कहां इस्तेमाल करेगा ये हम सभी जानते हैं। ऐसे में भारतीय वायु सेना को एफ-16 लड़ाकू विमान की क्षमता और युद्ध के दौरान उसके कौशल को परखने का पूरा मौका मिलेगा। हालांकि, भारत की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
हम जानते हैं कि यह Iniochos-2023 युद्धाभ्यास तीन चरणों में आयोजित किया जायेगा। इसका पहला चरण 18 से 23 अप्रैल तक चलेगा। दूसरा चरण 24 से 4 मई तक आयोजित किया जाएगा और आखिरी चरण 5 से 7 मई के बीच होगा। इसमें कई देशों के साथ मिलकर हवाई हमला करने का अभ्यास भी किया जाएगा जोकि सही मायने में न केवल एक देश का अपने साथ ही युद्धाभ्यास करने वाले देश के साथ विश्वास बढ़ेगा और साथ ही सामरिक क्षेत्र में भी भरोसा बढ़ेगा।
ग्रीस का ये युद्धाभ्यास कई मायनों में शानदार साबित होने वाला है।
बड़ा सवाल यहाँ ये है कि क्या इस युद्धाभ्यास से सबसे ज्यादा परेशानी तुर्की और पाकिस्तान को होगी तब मेरा जवाब है हाँ बिल्कुल होगी क्योंकि तुर्की अपने पडोसी देशों के साथ कैसा व्यवहार कर रहा है ये हम सभी जानते हैं। इसमें सबसे ज्यादा ग्रीस और साइप्रस को हर रोज परेशानी झेलनी पड़ रही है। दोनों देश भूमध्य सागर में द्वीपों को लेकर कई बार युद्ध के कगार पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में दुश्मन देश की वायु सेना के साथ दुनिया की महाशक्तियों में शुमार अमेरिका, भारत, फ्रांस के शामिल होने से तुर्की और पाकिस्तान का परेशान होना लाजमी है।
Copyright Manu Chaudhary — media source and image source — Google