Uttrakhand News: धर्मनगरी हरिद्वार में अब डाक कांवड़ियों में उत्साह व उमंग के चलते हरिद्वार में सैलाब उमड़ पड़ा है। दस दिनों में तीन करोड़ से अधिक शिवभक्तों ने गंगाजल भरा और अपने गंतव्यों की ओर रवाना हो गए।चारों ओर सडकें जयकारों व कावडियों के पैरों मे बंधे गूंगरु से भक्तिमय नजर आ रही है।
खानपुर विधायक द्वारा की गई फूल वर्षा
आपकों बता दें कि उत्तराखंड में खानपुर विधायक उमेश कुमार द्वारा आज हरिद्वार में हरकी पौड़ी पर स्नान कर रहे कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प की वर्षा की गई।
वहीं दूसरी ओर विभिन्न मंदिरों जैसे मंशा देवी मंदिर ,चंडी देवी मंदिर, खानपुर के जटा शंकर महादेव मंदिर, लक्सर के खाटू श्याम मंदिर व हरिद्वार के अन्य शिवालयों और नगला इमरती से लेकर हरिद्वार तक डाक कांवड़ और कांवड़ियों पर भी पुष्प वर्षा की गई।
उमड़ रहा है कावड़ियों का सैलाब
हरिद्वार में इन दिनों भगवान भोलेनाथ के भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। चारों ओर भगवान भोलेनाथ के भक्त नजर आ रहे है। हर घंटे हजारों की संख्या में भोलेनाथ के भक्त आस्था की कांवड़ लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।सावन के महीने में भक्त लगातार अपने-अपने गंतव्य की ओर जल लेकर बढ़ रहे हैं।
बम भोले के जयकारे के साथ हर दिन लाखों की संख्या में शिवभक्त जल भरने के लिए गुजर रहे हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान मार्ग पर सामान्य दिनों की तरह आवाजाही बंद है।दिल्ली देहरादून हाईवे पर एक तरफ सिर्फ भगवान शिव के भक्तों की लंबी कतार नजर आ रही हैं।
सावन माह में उत्साह इस प्रकार है कि नन्हे बच्चे भी कंधे पर कांवड़ लाते हुए दिखाई दे रहे है,वहीं नौजवानों के साथ-साथ बुजुर्ग भी पीछे नहीं है। इस समय भक्तों में जोश देखते ही बन रहा है।
अधिक संख्या में भरा जा रहा है जल
इन दिनों जलाभिषेक के लिए गंगाजल भरने को कांवड़ यात्रियों का सैलाब धर्मनगरी में भारी संख्या मे पहुंच रहा है। अब तो हर दिन चारों ओर बम-बम भोले की गूंज सुनाई पड़ रही है। दिल्ली से हरियाणा और पश्चिमी उप्र में डाक कांवड़ियो का जत्था पूरे दिन गंतव्यों की ओर तेजी से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
दरअसल, हरिद्वार-दिल्ली हाईवे के साथ ही कनखल और उत्तरी हरिद्वार की सड़कों पर भी कांवड़ यात्रियों की भीड़ देखी गई,जिसके चलते पुलिस प्रशासन की कार्यवाही में वृद्धि हो गई। पुलिस प्रशासन के अनुसार रविवार शाम तक तीन करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री गंगा जल लेकर गंतव्यों तक पहुंच चुके हैं। कांवड़ मेला भी इन दिनों चरम सीमा पर है।
This post is written by PRIYA TOMAR