पलक मुच्छल बॉलीवुड की फेमस सिंगर हैं। पलक ने बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में अपनी आवाज का जादू बिखेरा है, ये और इनके भाई पलाश मुच्छल दोनों कई स्टेज शो भी कर चुके हैं.
इन्होने केवल भारत में ही नहीं बल्कि बाहर के देशो में भी स्टेज शो किये हैं. ये चैरिटी के लिए स्टेज शो करते हैं जिसके की जो बच्चे गरीब और बीमार हैं उनका इलाज हो सके. इन्होने अभी तक अपने चैरिटी के पैसों से 1333 बच्चो की जान बचाई है।
पलक ने गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज कराया अपने समाजिक कार्य के लिए. इन्हे कई अवार्ड भी मिल चुके हैं।
इनका जन्म इंदौर में एक मारवाड़ी माहेश्वरी परिवार में हुआ. इनके पिता राजकुमार मुच्छल एक प्राइवेट कम्पनी में अकाउंटेंट हैं और इनकी माता अमिता मुच्छल एक घरेलू महिला हैं. इनका एक छोटा भाई भी है पलश मुच्छल.
इन्होने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा श्री अग्रसेन विद्यालय स्नेह नगर, इंदौर से पूरी की. बाद में इन्होने अपना बीकॉम इंदौर के कॉलेज से पुरा किया.
इनका परिवार चोटिसदृ जिला प्रतापगढ़, राजस्थान का रहना वाला है जहां इनके दादा जी का घर है. इन्होने अपनी संगीत की दुनिया 4 वर्ष की उम्र में शुरू कर दी थी. बाद में इन्होने भारतीय क्लासिकल संगीत में भी शिक्षा ली.
पलक बचपन से समाजिक क्रियाकलाप में सक्रिय हैं। जब वह महज पांच साल की थीं, तभी से वह इससे जुड़ी हुई हैं। वह बचपन से ही गरीबों की मदद करती चली आ रही हैं।
साल 1999 में जब कारगिल की लड़ाई छिड़ी थी, तब उन्होंने शहीदों के परिवारों के लिए दुकानों और गली के नुक्कड़ों पर गाना गाकर चंदा इकट्ठा किया। सन 2001 मे पलक ने गुजरात के भुकंप पीडितों की सहायता के लिए 10 लाख रुपये का चंदा इकट्ठा किया।
दिसम्बर 2006 तक पलक ने अपने संगठन पलक मुच्छल हार्ट फाऊंडेशन के लिए कुल 1.2 करोड़ रुपये की राशि इकट्ठा की थी जिससे 234 बच्चों का ऑपरेशन किया गया।
पलक ने इतनी छोटी सी उम्र में जो कर दिखाया है वो एक तरह से लोगों के लिए मिसाल है, उनके मन में बच्चों की सेहत के लिए जो जूनून और जज़्बा है वो एक मिसाल हैं और ऐसे कई लोग जो अपने जीवन में कुछ करना चाहते हैं उनके लिए पलक एक मिसाल हैं।
पलक की मदद सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, उन्होंने पाकिस्तानी बच्चों तक की मदद की है और यह साबित किया है कि सहायता किसी सरहदों की मोहताज नहीं होती है।