नई दिल्ली : भारतीय शेयर बाजार में ‘नायका’ ने धमाकेदार इंट्री के बाद उसकी संस्थापक फाल्गुनी नायर की चारों तरफ चर्चा हो रही है। बता दें कि नायका की लिस्टिंग के साथ ही फाल्गुनी नायर देश की सबसे धनी सेल्फमेड महिला बन गई हैं। नायका की लिस्टिंग के साथ ही कंपनी की संस्थापक फाल्गुनी नायर देश और दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं की सूची में शामिल हो चुकी हैं। लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर में करीब 90 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
फाल्गुनी नायर आईआईएम अहमदाबाद से स्नातक होने के बाद फाल्गुनी ने एएफ फर्ग्यूसन एंड कंपनी से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने कोटक महिंद्रा बैंक में 18 साल बिताए और कई व्यवसायों को संचालित किया। वह कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट बैंक की प्रबंध निदेशक थीं। इसके अलावा कोटक सिक्योरिटीज में निदेशक भी रह चुकी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फाल्गुनी नायर की नायका में आधी हिस्सेदारी है। फाल्गुनी नायर की संपत्ति लिस्टिंग के साथ ही बढ़कर 6.5 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच चुकी है। 2012 में पूर्व इनवेस्टमेंट बैंकर फाल्गुनी नायर ने नायका को शुरू किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 31 अगस्त 2021 तक मोबाइल के ऊपर नायका का ऐप 5.58 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। वित्त वर्ष 2021 में नायका ने 61.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। वहीं वित्त वर्ष 2020 में कंपनी ने 16.3 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। कंपनी ने साल 2014 में अपना पहला फिजिकल स्टोर शुरू किया था।
जानकारी के मुताबिक 31 अगस्त 2021 तक देशभर के 40 शहरों में 80 फिजिकल स्टोर थे। नायर के पास दो फैमिली ट्रस्टों और सात अन्य प्रवर्तक संस्थाओं के माध्यम से अपनी कंपनी में हिस्सेदारी है। नायर का बेटा और बेटी भी नायका की यूनिट्स चलाते हैं। बता दें, देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हैं। उनके पास 12.9 अरब डॉलर की संपत्ति है। वह दुनिया की सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में 500वें नंबर पर हैं।
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स लिमिटेड ने IPO के जरिए 5,352 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी। फ्रेश इक्विटी के जरिए 630 करोड़ रुपये जुटाने की योजना थी। प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स ने इस आईपीओ के जरिए 4.31 करोड़ शेयर की बिक्री की है। कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम में से 130 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। वहीं ब्रांड्स की मार्केटिंग पर 200 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा।