कांग्रेस द्वारा आयोजित किसान न्याय यात्रा, जो इंदौर के रीजनल पार्क से कलेक्टर ऑफिस तक निकाली जानी थी, प्रशासन की सख्ती के कारण फिलहाल स्थगित कर दी गई है। डीसीपी ने ट्रैक्टर रैली की अनुमति रद्द कर दी है। इस रैली का उद्देश्य किसानों की उपज के लिए समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाना था। करीब 150 ट्रैक्टरों के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में इस यात्रा को निकाला जाना था।
किसानों के हित में कांग्रेस का नेतृत्व
इस किसान न्याय यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी कर रहे थे। कांग्रेस का मकसद इस रैली के जरिये राज्य सरकार को किसानों के समर्थन मूल्य में वृद्धि के लिए मजबूर करना था। पार्टी का आरोप है कि वर्तमान सरकार किसानों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है और उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा।
प्रशासन की सख्ती और रैली की रोक
प्रशासन ने इस रैली की अनुमति यातायात अवरोध और कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताते हुए रद्द कर दी। भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई है। पुलिस का कहना है कि यह निर्णय सुरक्षा और व्यवस्था के मद्देनजर लिया गया है।
कांग्रेस का आरोप: राजनीतिक साजिश
कांग्रेस इस फैसले को राज्य सरकार की राजनीतिक साजिश मान रही है। पार्टी के अनुसार, सरकार किसानों के विरोध की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार को किसानों के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन वह उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।