JNU में हुई हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल इनवेस्टिगेशन की टीम ने 37 लोगों की पहचान की है। पुलिस का ऐसा मानना है कि ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ नाम के एक वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल इन लोगों का भी हिंस में हाथ माना जा रहा है। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और जेएनयू में हुई हिंसा के मामले में 9 लोगों के नाम लिए थे।
दिल्ली पुलिस ने जिन 9 लोगों के नाम लिए थे उनमें विश्वविद्यालय छात्र संगठन की अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल थी। जिसके बाद आइशी घोष ने पुलिस पर पूर्वाग्रह से काम करने का आऱोप लगाया था। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि हमारे पास सबूत है कि कैसे हमपर अटैक किया गया। 5 जनवरी को जेएनयू में हुई हिंसा में आइशी घोष घायल भी हो गई थी।