नई दिल्ली : पूरे विश्व में डिजिटल करेंसी का चलन काफ़ी बढ़ रहा है और इससे कई लोग लाभ भी कमा रहे हैं। इसमें से पहला नाम बिटक्वाइन, इथेरियम या टेथर समेत दूसरी क्रिप्टो करेंसी का आता है जिसके जरिए लोग पैसा कमा रहे हैं। दरअसल, देश में डिजिटल मुद्रा माध्यम से कमाई करने वालों को अब टैक्स देना पड़ सकता है। इसके लिए सरकार क्रिप्टोकरेंसी और उनके उपयोग के आधार पर टैक्स को विभाजित करने की योजना बना रही है।
रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज की ओर से इस तरह के संकेत दिए गए है। एक टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में बजाज ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को चाहे देश में रेगुलेट किया जा रहा हो या नहीं, लेकिन इससे होने वाली कमाई पर टैक्स दिया जाना चाहिए।
बजाज ने कहा कि मंत्रालय इसी तरह के विचार पर काम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब लोग क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाएं तो टैक्स का भुगतान करें। रेवेन्यू सेक्रेटरी ने कहा कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में लाभ कमाते हैं, अगर आप किसी विशेष डील से पैसा बनाते हैं, तो भारत सरकार उससे टैक्स हासिल करना चाहेगी। भले ही यह कानूनी रूप से वैध हो या ना हो, लेकिन हम अपना टैक्स रेवेन्यू चाहते हैं।
शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है बिल
हालांकि, रेवेन्यू सेक्रेटरी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त मंत्रालय क्या खास कदम उठाने वाला है। मगर सूत्रों की मानें तो सरकार संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बिल पेश कर सकती है। क्रिप्टोकरेंसी बिल के पिछले मसौदे में इस पर बैन लगाने की बात कही गई थी, हालांकि मंत्रालय अब बिल में संशोधन करने पर विचार कर रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी एक बयान में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण बैन पर विचार नहीं हो रहा है, लेकिन सरकार इन अस्थिर डिजिटल करेंसी के प्रति सतर्क रुख अपनाएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि भारतीय रिजर्व बैंक एक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च कर सकता है।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी है बिटक्वाइन
दुनिया भर में अभी जो भी क्रिप्टो करेंसी प्रचलन में हैं उनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय बिटक्वाइन है। इसे सातोशी नाकामोतो द्वारा साल 2008 में तैयार किया गया था। हालांकि इसका प्रचलन वर्ष, 2009 में शुरू हुआ। बाजार में आने के बाद से ही इसके दाम आसमान छू रहे हैं। मंगलवार को इस क्रिप्टा करेंसी की कीमत अपने आल टाइम हाई 67,800 डॉलर के पार पहुंच गई है।