नई दिल्ली : कभी कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति सेट करने वाले चुनावी रणनीतिकार ने लखीमपुर हिंसा मामले में बड़ा हमला किया है। प्रशांत किशोर(Prashant Kishore) ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि लखीमपुर कांड(Lakhimpur case) के कारण कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष की त्वरित वापसी होगी वो ग़लतफ़हमी में हैं। प्रशांत के मुताबिक दुर्भाग्य से कांग्रेस की गहरी समस्या का कोई तात्कालिक समाधान नहीं है। पीके ने कांग्रेस का नाम लेने की बजाय उसे GOP यानी ग्रैंड ओल्ड पार्टी कहा है।
People looking for a quick, spontaneous revival of GOP led opposition based on #LakhimpurKheri incident are setting themselves up for a big disappoinment.
Unfortunately there are no quick fix solutions to the deep-rooted problems and structural weakness of GOP.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) October 8, 2021
बीजेपी के चुनाव प्रचार से चमके थे प्रशांत किशोर
बता दें कि कुछ दिन पहले ऐसा कहा जा रहा था कि प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी(Congress) का पंजा पकड़ सकते है। ऐसे में पीके का यह बयान बेहद अहम हो जाता है। आपको बता दें कि 2014 में बीजेपी(BJP) का चुनाव प्रचार का काम देखने के बाद राष्ट्रीय क्षितिज पर जबसे पीके चमके तबसे लगातार उनका प्रभाव बढ़ता ही गया है। ये भी किसी से छिपा नहीं है कि कई राजनीतिक दल प्रशांत किशोर को अपने साथ लाने को तैयार हैं।
कांग्रेस के लिए भी किया था काम
प्रशांत किशोर(Prashant Kishore) ने शुरुआत में 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ काम किया था और उसके बाद जेडीयू में शामिल हो गए थे और पार्टी के उपाध्यक्ष थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस के साथ काम किया था, लेकिन यहां उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी। उन्होंने पंजाब में पार्टी की सहायता भी की और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सलाहकार थे।
इन नेताओं के लिए कर चुके है काम
इसके अलावा वे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी, दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एमके स्टालिन, आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी के साथ काम कर चुके हैं।