दशहरा और दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ा उपहार दिया है। कैबिनेट ने महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद अब महंगाई भत्ता 55% से बढ़कर 58% हो गया है। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2025 से प्रभावी होगी और जुलाई, अगस्त तथा सितंबर के बकाया का भुगतान अक्टूबर की सैलरी के साथ, दिवाली से ठीक पहले किया जाएगा। इस निर्णय से लगभग 48 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 68 लाख पेंशनर्स को सीधा लाभ मिलेगा।
बढ़े हुए DA से कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन दोनों में वृद्धि होगी। उदाहरण के लिए, ₹18,000 बेसिक सैलरी वाले कर्मचारी को अब ₹540 अतिरिक्त मिलेंगे, जिससे उनकी कुल सैलरी ₹28,440 हो जाएगी। वहीं, ₹9,000 पेंशन पाने वाले पेंशनर्स को हर महीने ₹270 अतिरिक्त मिलेगा और उनकी कुल पेंशन ₹14,220 तक बढ़ जाएगी। तीन महीनों के बकाया के रूप में कर्मचारियों को ₹2,700 से ₹3,600 तक का अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।
महंगाई भत्ता औद्योगिक श्रमिकों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर तय किया जाता है और इसे साल में दो बार, जनवरी और जुलाई में संशोधित किया जाता है। घोषणाएं देर से होने के बावजूद बकाया राशि की भरपाई कर दी जाती है।
इसके साथ ही, सरकार ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग की भी घोषणा की थी, जिसकी सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू होंगी। तब महंगाई भत्ता को बेसिक वेतन में जोड़कर पुनः निर्धारित किया जाएगा। केंद्र सरकार का यह निर्णय कर्मचारियों और पेंशनर्स को त्योहारी सीजन में आर्थिक राहत प्रदान करेगा और उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाएगा।