असम के दरांग जिले में आज उस वक्त पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हो गई, जब वो अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत इलाके को खाली करा रही थी। इस झड़प में कई पुलिसकर्मियों के साथ ही कई नागरिक भी घायल हो गए। वहीं इस झड़प को कंट्रोल करने के लिए पुलिसकर्मियों ने इस दौरान लाठी, डंडों के साथ ही कई राउंड फायरिंग भी की।
नई दिल्ली : असम के दरांग जिले में आज उस वक्त पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हो गई, जब वो अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत इलाके को खाली करा रही थी। इस झड़प में कई पुलिसकर्मियों के साथ ही कई नागरिक भी घायल हो गए। वहीं इस झड़प को कंट्रोल करने के लिए पुलिसकर्मियों ने इस दौरान लाठी, डंडों के साथ ही कई राउंड फायरिंग भी की।
असम के दरांग जिले में आज दोपहर हिंसा भड़क उठी। जब ढालपुर में बेदखली अभियान के विरोध में पुलिस की गोलीबारी में दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए। लगभग 4500 बीघा भूमि पर कब्जा करने वाले कम से कम 800 परिवारों को सोमवार को अवैध अतिक्रमण के खिलाफ राज्य सरकार के अभियान के तहत बेदखल कर दिया गया था। परिवारों ने उस दिन अपना सामान स्थानांतरित करने के बजाय कोई प्रतिरोध नहीं दिखाया।
वहीं बेदखली की प्रक्रिया को जारी रखते हुए असम सरकार आज सिपाझार के ढालपुर में बेदखली के लिए गई। जहां उन्हें बेदखली पर स्थानीय लोगों के गंभीर विरोध का सामना करना पड़ा, जिसके कारण पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई। सूत्रों के अनुसार बेदखली अभियान के खिलाफ 10,000 से अधिक अतिक्रमणकारी नंबर 3 क्षेत्र पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
पुलिस ने की फायरिंग
पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने निष्कासन अभियान का विरोध किया और पथराव शुरू कर दिया। हमारे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। कई नागरिक भी घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भेजा गया है। अब हालात सामान्य है। वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘असम, राज्य प्रायोजित आग पर है। मैं राज्य में अपने भाइयों और बहनों के साथ खड़ा हूं- भारत का कोई भी बच्चा इसके लिए नहीं है।’