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कोविड महामारी और ऑमीक्रान की संकट स्थिति के मद्देनजर केन्द्र सरकार को छोड़ तुरंत प्रभाव से डाक्टरों से बात करके हड़ताल खत्म करवानी चाहिए: चौ0 अनिल कुमार

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार की प्रशासनिक अक्षमता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है क्योकि देश की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े डाक्टर केन्द्र द्वारा NEET (PG Counselling) में देरी के कारण पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर है,

By: RNI Hindi Desk 
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कोविड महामारी और ऑमीक्रान की संकट स्थिति के मद्देनजर केन्द्र सरकार को छोड़ तुरंत प्रभाव से डाक्टरों से बात करके हड़ताल खत्म करवानी चाहिए: चौ0 अनिल कुमार

रिपोर्ट: खुर्शीद रब्बानी

नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार की प्रशासनिक अक्षमता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है क्योकि देश की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े डाक्टर केन्द्र द्वारा NEET (PG Counselling) में देरी के कारण पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर है, जिसके चलते दिल्ली के अस्पतालों में ओपीडी सहित अन्य सेवाएं भी पूरी तरह से ठप्प है। केन्द्र सरकार के असंवेदनशील और गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण दिल्ली सहित अन्य राज्यों के लगभग 10 हजार डाक्टर हड़ताल पर है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी और ऑमीक्रान की संकट स्थिति को देखते सरकार को तुरंत प्रभाव से डाक्टरों से बात करके हड़ताल को खत्म करवाना चाहिए।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि संकट के समय जब अस्पतालों में डाक्टरों की अति आवश्यकता है तब भाजपा सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नही है। जहां अभी कोविड महामारी का प्रकोप खत्म नही हुआ है, वहीं नए वेरिएंट ऑमीक्रान संक्रमण ने दिल्ली में प्रवेश कर दिया है और कोविड संक्रमण दर में बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने कहा कि हड़ताल के बाद स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति भयावह हो गई है और कल इलाज नही मिलने के कारण एक व्यक्ति की सड़क पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में व्यवस्थाओं की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाऐं  प्रभावित है वही डाक्टरों की हड़ताल के बाद स्थिति नियंत्रण से बाहर जा सकती है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कोविड यौद्धओं के रुप में डाक्टरां, नर्सो और पेरामेडिकल स्टॉफ के सम्मान में फूल बरसाने वाली, ताली-थाली बजाने और टॉर्च दिखाकर वाहवाही लूटने वाली मोदी सरकार का दोहरा चरित्र सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की डाक्टरों को लेकर असंवेदनशीलता इससे पहले भी देखने को मिली है जब दिल्ली नगर निगम के डाक्टरों और नर्सों को वेतन के लिए कई बार हड़ताल पर जाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी की अनदेखी के कारण दिल्लीवासी कोविड की पहली और दूसरी लहर से पूरी तरह प्रभावित हुए थे, जिस दौरान हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि जहां देश कोविड महामारी से गुजर रहा है, वहीं राजधानी के अस्पतालों में दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए आते है और आज डाक्टरों द्वारा आपातकालीन सेवाऐं ठप्प करने की चेतावनी के बाद स्थिति और गंभीर हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के संकट के समय को देखते हुए केन्द्र सरकार को तुरंत प्रभाव से पीजी कॉउसलिंग पर निर्णय लेना चाहिए क्योंकि देश भर में रेजीडेंट डाक्टरों की पहले ही कमी है। उन्होंने कहा कि राजधानी में हड़ताल का असर दिल्ली के सभी अस्पतालों में देखने को मिल रहा है अब अन्य अस्पतालों के डाक्टरां की हड़ताल में शामिल होने की संभावना है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार कोविड महामारी की अगली लहर आगामी 1-2 महीनों आ सकती है, यदि ऐसा होता है तो डाक्टरों की कमी के कारण स्वास्थ्य क्षेत्र पर कोविड की तीसरी लहर देश में विनाशकारी साबित हो सकती है, जिससे दिल्ली सहित देश की अत्यधिक आबादी प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के संकट और रेजीडेंट डाक्टरों कमी को देखते हुए केन्द्र सरकार को तुरंत प्रभाव से मुद्दे का हल निकाले और पीजी कॉउसलिंग करके परिणाम घोषित करें।

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