दिल्ली नगर निगम मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव आज बिना मतदान के ही समाप्त हो गया। बीजेपी ने अपने दोनों पदों के प्रत्याशियों के नाम वापस ले लिए। इसके बाद डॉ. शैली ओबेरॉय मेयर और आले मोहम्मद इकबाल डिप्टी मेयर पद पर चुन लिए गए। आपको बता दे कि ठीक इसी तरह का वाकया 15 साल पहले भी हुआ था। उस समय बीजेपी के मेयर और डिप्टी मेयर प्रत्याशी लगातार दूसरी बार चुनाव जीते थे, इस बार आप के प्रत्याशियों ने उसी रिकॉर्ड को दोहराया। इससे पहले बीजेपी के मेयर प्रत्याशी शिखा राय और डिप्टी मेयर प्रत्याशी सोनी पांडे ने मतदान से ठीक पहले अपना नामांकन वापस लेकर सभी को चौंका दिया। हालांकि, इस बात के संकेत दो दिन पहले तभी मिल गए थे जब एलजी ने मुकेश गोयल को इस बार पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने पर अपनी सहमति जताई थी। आप के दोनों प्रत्याशी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव निर्विरोध जीत गए।
दिल्ली एमसीडी में इससे पहले लगातार दूसरे साल मेयर और डिप्टी मेयर बनने के हालात साल 2007 से लेकर 2009 में बने थे। उस समय बीजेपी पार्षद आरती मेहरा दो वर्ष तक मेयर और दिव्य जायसवाल को लगातार दो साल तक डिप्टी मेयर बनने का मौका मिला था। हालांकि उनका कार्यकाल मात्र 18 माह का था, जबकि महापौर आरती मेहरा का कार्यकाल दो वर्ष का था। दरअसल 2007 में कांग्रेस को हराकर बीजेपी दिल्ली नगर निगम की सत्ता पर काबिज हुई थी। पहला साल महिला पार्षद के लिए आरक्षित होने के कारण बीजेपी ने आरती मेहरा को मेयर और विद्रजीत सिंह बाजवा को डिप्टी मेयर बनाया था। अक्टूबर में बाजवा का निधन हो गया था। नवंबर 2007 में फिर से डिप्टी मेयर पद का चुनाव हुआ था, जिसमें बीजेपी पार्षद दिव्य जायसवाल डिप्टी मेयर बनीं थी। साल 2008 में भी आरती मेहरा के साथ वह दोबारा से डिप्टी मेयर बनीं।