Uttrakhand Weather: उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आज भी मौसम विभाग ने तीव्र वर्षा होने की आशंका जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आज राज्य के कुछ क्षेत्रों जैसे देहरादून ,बागेश्वर ,चंपावत और नैनीताल में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बारिष होने की संभावना जताई जा रही है।
तेज बारिश की जताई जा रही है संभावना
प्रदेश के अन्य जिलों में भी तेज दौर की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। यदि आगामी समय की बात करें तो अगले पांच दिनों तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में गर्जन के साथ तेज दौर की बारिश भी हो सकती है।
बारिश के आंकड़ों के अनुसार आशारोड़ी और सहस्रधारा में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। आशारोड़ी में 35.5 और सहस्रधारा में 27.5 एमएम बारिश हुई, जो प्रदेशभर में सबसे अधिक बारिश है ।जबकि सबसे कम बारिश रुड़की में हुई, यहां केवल 10 एमएम बारिश हुई है।
बारिश के चलते मार्ग हुए ठप
प्रदेश में भारी बारिश के बाद मार्गों में जगह-जगह मलबा इकट्ठा हो जाने से 93 मार्ग बंद कर दिए गए हैं। रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में कुंड पुल के पास कटाव के चलते वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।
दरअसल, भारी वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग कुंड-चुन्नी बैंड से कालीमठगेट-गुप्तकाशी में का प्रयोग किया जा रहा है। आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक , सोनप्रयाग-गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग में लिनचौली के पास अधिक मलबा आने से मार्गों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
वहीं रुद्रप्रयाग में 12 ग्रामीण और दो पैदल मार्ग बंद हैं। मलबे के कारण उत्तरकाशी में दो राज्य और नौ ग्रामीण मार्ग, नैनीताल में एक राज्य और 10 ग्रामीण मार्ग, बागेश्वर जिले में 12 ग्रामीण मार्ग, देहरादून जिले में एक राज्य और सात ग्रामीण मार्ग, पिथौरागढ़ में एक बॉर्डर व 21 ग्रामीण मार्ग, अल्मोड़ा में एक ग्रामीण मार्ग, चंपावत जिले में चार ग्रामीण, हरिद्वार में दो और पौड़ी जिले में एक राज्य मार्ग और सात ग्रामीण मार्गों को मलबा के कारण आवाजाही पूर्ण रुप से प्रभावित हुई है, जिसके चलते मार्गों को बंद कर दिया गया है।
This post is written by PRIYA TOAMR