नई दिल्ली : साल 2022 में उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देहरादून की रैली में कांग्रेस पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण करने वाले देश का कल्याण नहीं कर सकते। अमित शाह ने रैली में कहा सड़कें बंद करके नमाज पढ़ने की इजाजत देने वाले, तुष्टिकरण करने वाले कभी भी देवभूमि का काम नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही कांग्रेस को जनता की याद आती है।
अमित शाह ने कहा कि, “मैं आया था तो मेरा काफिला रुक गया. कुछ लोग मिलने आए तो उनसे मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार है. शुक्रवार को नेशनल हाईव बंद करके वहां नमाज होती है। शुक्रवार को सड़कें बंद करके नमाज पढ़ने की इजाजत देने वाले, तुष्टिकरण करने वाले कभी भी देवभूमि का काम नहीं कर सकते।”
उन्होंने कहा कि, “अटल जी ने उत्तराखंड बनाया था. मोदी जी उत्तराखंड को संवार रहे हैं। उत्तराखंड में फिर से बीजेपी की सरकार बनेगी। मोदी जी गरीब घर से आते हैं, वो गरीब के लिए सोचते हैं। घसियारी कल्याण योजना का बहुत बड़ा फायदा है। योजना से एक लाख किसानों को फायदा होगा।” उन्होंने दावा किया कि लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रहा है। सीएम धामी मेहनत से काम कर रहे हैं।
अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव आता है, तब कांग्रेस वाले तुरंत नए कपड़े सिलवा देते हैं। उन्होने कहा कि पांच साल तक कहां थे, कोई हिसाब किताब नहीं है. कोरोना के समय में कहां थे। अलग अलग मुद्दों पर प्रदर्शन करते हैं. कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार, घपले, घोटाले का पर्याय बनी हुई है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में सभी प्राथमिक कृषि समितियों को कम्प्यूटरीकृत कर दिया गया है। अब उन्हें सीधे केंद्रीय योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा। हम इसे NABARD से जोड़ने का इरादा रखते हैं। उत्तराखंड मॉडल का पूरे देश में पालन किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि 84 प्रतिशत से ज्यादा वादे जो हमने किए थे वो पूरे किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी वादा खिलाफी करने वाली पार्टी है।
अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में भी हर घर में नल से जल पहुंचाने का हमारा संकल्प है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि दिसंबर 2022 से पहले उत्तराखंड के हर घर में नल से जल पहुंचेगा और माताओं-बहनों को दूर से शुद्ध जल नहीं लाना होगा। उन्होंने वादा किया कि मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के अंतर्गत 30% सब्सिडी पर दो रुपये प्रति किलो के हिसाब से किसानों को पशु आहार दिया जाएगा।