केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऑक्सीजन की कमी होने वाले खबरों के दावों को खारिज किया है। स्वास्थय सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि देश में भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है और इसकी कमी जैसी कोई बात नहीं है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि देश में ऑक्सीजन का उत्पादन 6,900 मीट्रिक टन हो रहा है, जबकि इसकी जरुरत मात्र 2,800 मीट्रिक टन है। इसके अलावा उद्योगों में भी 2,200 मीट्रिक टन का ही इस्तेमाल किया जाता है। मंत्रालय ने बताया कि इस हिसाब से देश में 1,900 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का अतिरिक्त उत्पादन किया जा रहा है।
राजेश भूषण ने बताया कि कोरोना वायरस के इलाज की प्रक्रिया में ऑक्सीजन सिलेंडर सबसे महत्वपूर्ण कारक है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर परेशानी तब होती है, जब इस सुविधा को सूचीबद्ध तरीके से प्रबंधन नहीं किया जाता।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि ये राज्य की जिम्मेदारी है कि वो इस बात को सुनिश्चित करें कि उनके राज्य में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जरुरत के मुताबिक ऑक्सीजन रहे और साथ ही उसका सही प्रबंधन भी हो।