केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (केपीकेबी) ने शुक्रवार को पैरामिलिट्री (अर्द्धसैनिक बलों) की कैंटीन में एक हजार से अधिक उत्पादों को शुद्ध रूप से आयातित के रूप में वर्गीकृत करने के बाद डिलिस्ट कर दिया था। अब इस आदेश को वापस ले लिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पाया कि इनमें शामिल कई वस्तुएं भारत में निर्मित थी।
29 मई को जारी आदेश में केपीकेबी ने जिन उत्पादों को डिलिस्ट किया था उसमें डाबर इंडिया का रीयल फ्रूट जूस, एलजी, सैमसंग और फिलिप्स द्वारा निर्मित इलेक्ट्राॅनिक आइटम्स जिनकी भारत में सेवाएं है और घरेलू कंपनियां जैसे हेवेल्स, बजाज, विप्रो और गोदरेज, लगेज उत्पाद बनाने वाली कंपनियां जैसे वीआईपी और सफारी, नीलकमल फर्नीचर और घरेलू कंपनी स्लीपवेल ब्लैंकेट्स शामिल थे।
सीआरपीएफ के डीजीपी एपी महेश्वरी ने सोमवार को कहा कि केपीकेबी के मुखिया द्वारा गृह मंत्रालय के फैसले के सम्मान जारी आदेश में अद्धसैनिक कैंटीन के माध्यम से केवल स्वदेशी सामान बेचना गलत था। उन्होंने कहा कि केपीकेबी के सीईओ ने वरिष्ठ अधिकारियों से परामर्श नहीं किया और यह कार्रवाई चूक की वजह से हुई।