बिहार चुनाव में तेजस्वी भले ही सीएम बनने से मौका चूक गए हो लेकिन वो अपनी आवाज मुखर तरीके से उठा रहे है। दरअसल नितीश कुमार ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद अपनी कैबिनेट का गठन किया है।
दरअसल नियोजन घोटाला के आरोपी जेडीयू नेता मेवालाल चौधरी को जेडीयू कोटे से मंत्री बनाए जाने के बाद नीतीश कुमार विवादों में आ गए है।
भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में भगौडे आरोपी को शिक्षा मंत्री बना दिया।
अल्पसंख्यक समुदायों में से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया।
सत्ता संरक्षित अपराधियों की मौज है। रिकॉर्डतोड़ अपराध की बहार है।
कुर्सी ख़ातिर Crime, Corruption और Communalism पर मुख्यमंत्री जी प्रवचन जारी रखेंगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 18, 2020
उनके इस निर्णय पर विपक्ष जमकर उनके ऊपर हमला बोल रहा है। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में भगोड़े आरोपी को शिक्षा मंत्री बना दिया।
अल्पसंख्यक समुदायों में से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया। सत्ता संरक्षित अपराधियों की मौज, रिकॉर्डतोड़ अपराध की बहार है लेकिन कुर्सी खातिर अपराध, भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिकता पर मुख्यमंत्री जी प्रवचन जारी रखेंगे।
कहाँ है एलईडी की रोशनी में दिल्ली से बिहार आकर जंगलराज खोजने वाले?
Nation wants to know जंगलराज का महाराजा कौन?? https://t.co/2ebXMqhmLQ
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 17, 2020
इससे पहले भी तेजस्वी ने ट्वीट कर सीएम नितीश पर निशाना साधा था। उन्होंने लिखा था, कहाँ है एलईडी की रोशनी में दिल्ली से बिहार आकर जंगलराज खोजने वाले? Nation wants to know जंगलराज का महाराजा कौन ?
उन्होंने राहुल गाँधी के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए इन शब्दों का प्रयोग किया। दरअसल एक युवती के जिन्दा जलाये जाने की खबर को लेकर राहुल गाँधी ने वो ट्वीट किया था।