1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. 3 अप्रैल तक NIA की हिरासत में भेजे गये सचिन वाजे, कहा, ‘बनाया जा रहा है बलि का बकरा’

3 अप्रैल तक NIA की हिरासत में भेजे गये सचिन वाजे, कहा, ‘बनाया जा रहा है बलि का बकरा’

By: Amit ranjan 
Updated:
3 अप्रैल तक NIA की हिरासत में भेजे गये सचिन वाजे, कहा, ‘बनाया जा रहा है बलि का बकरा’

नई दिल्ली : निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे मामले में सुनवाई के दौरान स्पेशल कोर्ट ने 3 अप्रैल तक सचिन वाजे को NIA की हिरासत में भेज दिया है। सुनवाई के दौरान निलंबित अधिकारी सचिन वाजे ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है। वाजे ने कहा कि मेरा इस केस से कोई लेना देना नहीं है। मैं केस की जांच कर रहा था। इस केस का सिर्फ मैं आईओ  था। कहीं कुछ बदलाव हुआ और 13 मार्च को जब एनआईए ऑफिस गया तो मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। इन सब घटनाओं के पीछे कुछ बैकग्राउंड है। मुझे सब कुछ बताना है।

सचिन वाजे ने कहा कि सब कह रहें हैं कि मैंने जुर्म कबूल कर लिया है, यह गलत है। मैंने कोई जुर्म कबूल नहीं किया है। मैं सिर्फ डेढ़ दिन के लिए इस केस का आईओ था। क्राइम ब्रांच, एटीएस सब जांच कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि मैंने इसके पहले कोई क्राइम नहीं किया, ना कोई मेरा रिकॉर्ड है। इसके बाद वाजे ने कोर्ट में कहा कि मुझे कुछ बातें कोर्ट के रिकॉर्ड पर लानी है। इसपर जज ने कहा कि आप अपने वकील से पूछिए। वकील से बात करने के बाद ये तय हुआ की सचिन वाज़े लिखित में अपनी बातें कोर्ट को सौपेंगे।

वहीं NIA ने रिमांड की मांग करते हुए कोर्ट में कहा कि सचिन वाजे जांच में सहयोग नहीं कर रहें हैं। मनसुख हत्या मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों के साथ आमने सामने बिठाकर पूछताछ करनी है। आरोपी वाजे का ब्लड सैम्पल लिया गया है। गाड़ी से रिकवर किए गए फॉरंसिक एविडेंस से मैच कराना है।

NIA के वकील ने कहा कि आरोपी ने इस मामले के सीसीटीवी के डीवीआर को गायब किया है। पांच सितारा होटल में कमरे बुक करने के लिए 12 लाख रुपए दिए थे। इस मामले ने ना सिर्फ मुंबई, महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। क्योंकि इस साजिश को एक पुलिस वाले ने अंजाम दिया है।

सचिन वाजे के वकील ने कोर्ट में कहा कि एनआईए साबित करे कि UAPA इस केस में कैसे लग सकता है। जिलेटीन स्टीक्स डेटोनेटर के बिना बम नहीं बन सकता है। यह केस सिर्फ इंडिविज्युल (अंबानी) को लेकर है, ना कि पूरे समाज के खिलाफ है। UAPA लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को खतरा हो। इस मामले से देश की अखंडता को चोट नहीं पहुंच रही है।

आपको बता दें कि 25 फरवरी को मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के निकट एक कार से विस्फोटक बरामद हुए थे। NIA ने एंटीलिया के पास से विस्फोटक मिलने के मामले में सचिन वाजे के खिलाफ बुधवार को गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) की धाराएं भी लगाई हैं। बता दें कि एनआईए विस्फोटक वाली कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या के मामले की भी जांच कर रही है, जिसका शव पांच मार्च को ठाणे में एक नहर से मिला था।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...