रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: सोमवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे थे। पीएम मोदी ने अपने ही अंदाज में विपक्ष द्वारा किये गये हमलों का भी हिसाब किताब किया। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि “मोदी है मौका लीजिए” । वहां जमकर ठहाका लगने लगे। पीएम ने किसानो से अपील की है कि किसान अपना आंदोलन खत्म कर दें। जिसपर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पीएम के भाषण पर असंतुष्टी जताई है।
सोमवार को राज्यसभा में पीएम मोदी ने भाषण के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि आज विपक्ष कृषि रिफॉर्म्स पर यू टर्न क्यों ले रहा है? प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि कुछ लोग नए कृषि कानूनों पर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कानून को लेकर किसानों की हर शंका का समाधान किया जाएगा। किसानों की बड़ी मांग पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, ‘MSP को कोई खत्म नहीं कर सकता। “MSP था, MSP है और MSP रहेगा।“
पीएम मोदी ने आगे कहा कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत के रास्ते कतई बंद नहीं हुए हैं। कृषि मंत्री लगातार किसानों के संपर्क में हैं। पीएम ने किसानों से आंदोलन समाप्त करने की अपील की। आपको बता दें कि आंदोलन की अगुवाई कर रहें राकेश टिकैत ने कहा कि मसले को सुलझाने के बजाय सरकार उसे लगातार उलझा रही है।
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि हमने कब कहा कि MSP खत्म हो जाएगा। MSP को अनिवार्य बनाने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यदि किसानों से बातचीत करना चाहते हैं, तो उनका किसान मोर्चा उनसे बात करेगा।
टिकैत ने पीएम मोदी को चैलेंज दिया कि जैसे वे लोगों से गैस सिलिंडर छोड़ने की अपील करते हैं, वैसी ही अपील एक बार सांसद-विधायकों से पेंशन छोड़ने की भी कर दें। अब यह आंदोलन छोटे बड़े किसानों का हो गया है। सभी किसान एक हैं, छोटा बड़ा क्या है? राकेश टिकैत ने कहा कि देश मे भूख पर व्यापार नही होगा। अनाज की कीमत भूख पर तय नही होगी। देश मे पानी से सस्ता दूध बिकता है। उसका भी रेट तय होगा।