पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रवासी श्रमिकों पर एक डाॅक्यूमेंट्री जारी की है। जिसमें मजदूरों ने भावुक होकर कहा कि हमें हमारे गांव पहुंचा दीजिए।
डाॅक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि राहुल गांधी प्रवासी मजदूरों से पूछते है कि उनके पास पैसा है या नहीं? उन्हें कैसे पता चला कि देश में लाॅकडाउन जारी है? राहुल ने जिन मजदूरों से बातचीत की है वह सब यूपी के झांसी के रहने वाले है और हरियाणा की एक फैक्ट्री में काम करते है उन्होंने बताया कि उन्हें एक पैसे की भी मदद नहीं मिली है।
प्रवासियों का कहना है कि उनका घर से गुनाह हो गया था। पुलिस के अलावा स्थानीय लोग भी उन्हें बाहर निकलने पर मारते थे। इसमें दिखाया गया कि एक महिला ने भावुक होते हुए राहुल से कहा कि हमें हमारे घर पहुंचा दीजिए। हमें गांव जाना है।
राहुल ने कहा, करीब लाॅकडाउन हुए दो महीने हो गए है। भारत लाखों मजदूरों, महिलाओं और बच्चों की तस्वीरों और वीडियों से शर्मिंदा हो गया है, जो अपने गृहनगर हर कोशिश कर रहे है कोई पैदल चलकर तो कोई ट्रकों में या अन्य वाहन के जरिए अपने घर जा रहे है। जिनकी तस्वीरों ने हर भारतीय को झकझोर दिया है।
वीडियों में राहुल ने सरकार से मांग की है कि श्रमिको के साथ न्याय होनो चाहिए। सरकार को तत्काल 13 करोड़ परिवारों को 7,500 रूपये देने चाहिए। वीडियों के अंत में राहुल ने कहा, मेरे प्रवासी श्रमिक भाई बहनों, आप इस देश की शक्ति हो। हिंदुस्तान की शाक्ति को सक्षम बनाना हमारा कर्तव्य हैै।