नई दिल्ली : पंजाब विधानसभा चुनाव होने में तकरीबन पांच माह शेष है, उससे पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उनके मंत्रिमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया। वह 20 विधायकों और अधिकतर पंजाब के सांसदों के साथ राजभवन पहुंचे हैं। इसके बाद राजभवन के बाहर से मीडिया को संबोधित करते हुए कैप्टन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार यह हुआ है। इससे वह अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुबह ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था और इसकी जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी दे दी थी।
आपको बता दें कि शाम 5 बजे पंजाब में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी है, लेकिन उससे पहले अमरिंदर सिंह ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्ताफा सौंप दिया। इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि, ”जिस पर आलाकमान को भरोसा है, उसे पंजाब का अगला मुख्यमंत्री बनाए। मुझे ऐसा लगा कि उन्हें मुझपर भरोसा नहीं है।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी कांग्रेस में ही हैं और भविष्य में समय आने पर फैसला लेंगे।
उधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायक दलों की शाम पांच बजे बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसमें नए विधायक दल के नेता का चुनाव किया जा सकता है।
कैप्टन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में भी फूट की आशंका से पूरी तरह से इनकार नहीं किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके AICC द्वारा बिना उन्हें विश्वास में लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर ऐतराज दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से पार्टी में उन्हें दरकिनार किया जाता रहा तो वो बतौर सीएम बने रहने के इच्छुक नहीं हैं।
वहीं, सिद्धू खेमे की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक नाराज विधायक नवजोत सिंह सिद्धू या सुनील जाखड़ का नाम बतौर अगले विधायक दल के नेता के तौर पर आगे बढ़ा सकते हैं।