तीसरा वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेश बैठक और एक्सपो (आरईई-निवेश 2020) आज आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इसकी जानकारी बीजेपी के ऑफिसियल ट्विटर एक्सेंट पर दिया गया।
बीजेपी द्वारा किये गए ट्वीट में लिखा गया कि पीएम श्री नरेंद्र मोदी 26 नवंबर 2020 को तीसरी वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेश बैठक और एक्सपो (आरई-इनवेस्ट 2020) का उद्घाटन करेंगे।
PM Shri @narendramodi will inaugurate the 3rd Global Renewable Energy Investment Meeting and Expo (RE-Invest 2020) on 26th November 2020.
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दो दिवसीय आभासी सम्मेलन के दौरान, सभी प्रमुख कंपनियां अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अपने नवीनतम तकनीकी विकास को प्रदर्शित करेंगी और ऊर्जा संक्रमण के लिए उपलब्ध विभिन्न विकल्पों पर चर्चा करेंगी।
कई विश्व नेता, 80 से अधिक देशों के ऊर्जा मंत्री और 200 प्रख्यात वक्ता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से नवीकरणीय यानी अक्षय ऊर्जा को जीवाश्म ऊर्जा स्नोतों का विकल्प बनाने पर उच्च प्राथमिकता से काम हो रहा है।
आज भारत की कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 36 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी है। बीते छह वर्षों में यह ढाई गुना बढ़ी है और इसमें सोलर यानी सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी तो 13 गुना तक बढ़ी है।
ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने दावा किया है कि वर्ष 2030 तक भारत में अक्षय ऊर्जा की भागीदारी 40 प्रतिशत और 2035 तक 60 फीसद होगी। यह आंकड़ा भारत में स्वच्छ ऊर्जा की एक नई क्रांति जैसा ही होगा।
आरई-इन्वेस्ट 2020 मीट एंड एक्सपो के बारे में आकाशवाणी से विशेष रूप से बात करते हुए, ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा, पिछले 5 से 6 वर्षों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 64 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है।
उन्होंने कहा, यह उन क्षेत्रों में से एक है जिसने भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के इतने बड़े हिस्से को आकर्षित किया है। भारत ने अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में बहुत अच्छा किया है और दुनिया की हर बड़ी कंपनी भारत में निवेश करने में दिलचस्पी दिखा रही है।