भारत के पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के संकट को मानवता का सबसे बड़ा संकट बताया है। मोदी ने गुट निरपेक्ष (नैम) देशों के ऑनलाइन सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कहीं है।
आपको बता दे, यह करीब 120 विकासशील देशों का मंच है और पीएम ने इसे सम्बोधित करते हुए कहा कि इस भूमिका को निभाने के लिए गुट निरपेक्ष देशों को समावेशी रहना होगा।
किसी देश का नाम लिए बिना मोदी ने कहा, ‘आज जहां विश्व कोविड-19 से मुकाबला कर रहा है वहीं कुछ लोग दूसरे तरह के घातक विषाणु फैलाने में लगे हुए हैं, जैसे कि आतंकवाद।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संकट को देखते हुए घरेलू जरूरतों के बावजूद भारत ने करीब 120 देशों को दवा की आपूर्ति की जिनमें 59 गुट निरपेक्ष देश शामिल हैं।