मध्य प्रदेश के सिंगरौली में बोरवेल हादसे में एक बच्ची की दुखद मौत पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्णायक कार्रवाई की है। इस घटना के बाद सीएम यादव ने लापरवाही के लिए सहायक अभियंता और चितरंगी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अनुविभाग देवसर के सहायक अभियंता और जनपद पंचायत चितरंगी के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी को तत्काल निलंबित करने के आदेश दिये हैं। दोनों अधिकारी खुले बोरवेल और ट्यूबवेल की सुरक्षा की जांच में लापरवाह पाए गए। सीएम ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए और उन्होंने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट कर दिया है।
जन्मदिन पर दुखद मौत
सिंगरौली में जन्मदिन के दिन हादसे ने तीन साल की बच्ची की जान ले ली। बच्ची अपने गांव के पास एक बोरवेल में फिसल कर गिर गई। बचाव प्रयासों के बावजूद, अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह घटना शाम करीब चार बजे घटी, जिससे परिवार के लिए जश्न का दिन मातम में बदल गया।
मध्य प्रदेश में पिछली बोरवेल घटनाएं
यह घटना अकेली नहीं है। अप्रैल में रीवा में मयंक नाम का छह साल का बच्चा खेत में खेलते समय बोरवेल में गिर गया था। 40 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद लड़के को बचाया नहीं जा सका। मध्य प्रदेश में बोरवेल दुर्घटनाएं बार-बार होने वाली समस्या बनी हुई हैं, जो सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।