अमरावती : कहते हैं सैया भैए कोतवाल तो काहे का डर, जी हां यह कहावत कई बार सटीक बैठती है लेकिन हम आपको आंध्र प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों में पढ़े लिखे लोगों ने खूब हाथ अजमाएं हैं और इसी कड़ी में चित्तूर जिले में भी 23 साल की महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) बांदी शशिकला ने तीसरे चरण के चुनाव में सरपंच पद पर जीत हासिल की है।
आंध्र प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष तमिनमनी सीताराम की पत्नी तमिनमनी वाणीश्री ने तीसरे चरण के पंचायत चुनावों में जीत हासिल करते हुए श्रीकाकुलम जिले के अमादलवलासा मंडल में तोगाराम गांव के सरपंच का चुनाव जीता है। बतादें की चुनाव में 1,460 मतों में से 1,123 कुल वोट पड़े थे और इसमें से वाणीश्री को 808 वोट मिले, वहीं उनके प्रतिद्वंदी को 298 वोट मिले हैं।
वहीं दूसरी तरफ पूर्वी गोदावरी जिले में भी एक विधायक की मां ने सरपंच का चुनाव जीता है और रामपचोड़ावरम के विधायक नागुलपल्ली धनलक्ष्मी की मां नागुलपल्ली राघवा ने अड्डातीगला मंडल के गोंडोलु गांव से सरपंच का पद पर जीत हासिल की है।
वहीं दूसरी तरफ प्रकाशम जिले के बेस्थावरिपेटा से एमबीबीएस के अंतिम वर्ष की छात्रा बुद्दुला अश्रिताज्योति ने युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) की ओर से चुनाव लड़कर अनुसूचित जाति की महिला के आरक्षित सीट पर जीत हासिल की है।
शिक्षित युवाओं के चुनाव में उतरने का सिलसिला यहीं नहीं रुका और फिर चित्तूर जिले में भी 23 साल की महिला सीए बांदी शशिकला ने तीसरे चरण के चुनाव में सरपंच पद पर जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है।
बतादें की आत्म निर्भर भारत अभियान और देश की तरक्की के लिए पढ़े लिखे लोगों को दूसरे विभागों में आगे आने के साथ साथ राजनीति में भी आगे आना चाहिए जिससे देश के विकास में अहम विकास की भागीदारी का हिस्सा बन सके।