शिवसेना ने शराब की दुकानों को फिर से चालू करने की मांग को लेकर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे पर निशाना साधा हैं। राज ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए शिवसेना ने कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि लाॅकडाउन में न केवल शराब की दुकानें बल्कि शराब की फैक्ट्रियां भी बंद है।
शिवसेना ने कहा कि केवल दुकानें चालू करने से राजस्व नहीं मिलता है। सरकार को उत्पाद शुल्क के रूप में राजस्व मिलता है, जब कोई वितरक कारखाने से उत्पाद खरीदता है। राज ठाकरे ने गुरूवार को सीएमओ को लिखे पत्र में कहा था कि शराब की दुकानों को खुला रहने देने का मतलब शराब उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश नहीं है, बल्कि इस कठिन समय में राजस्व की आमद सुनिश्चित करना है।
शिव सेना ने अपने मुखपत्र सामना के एक संपादकीय में लिखा, इन इकाइयों को सुचारू करने के लिए श्रमिकों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा अगर दुकानें फिर से खुलती है तो लोगों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया जाएगा।