रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: जब इंसान कुछ करने को ठानता है तो वह अपने मुकाम को पाने के लिए किसी भी कीमत को अदा करने को तैयार हो जाता है। यह बात हम आपसे इसलिए कर रहे हैं कि सफलता का एक ताजा मामला हरियाणा से सामने आया है। आपको बता दें कि लेफ्टिनेंट गरिमा यादव उन लड़कियों और लड़को के लिए मिशाल बनी हैं। जिनके अंदर खुद पर विश्वास नहीं है।
लेफ्टिनेंट गरिमा यादव ने हाल ही में चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (ओटीए) की पासिंग आउट परेड में जब अपने कंधों पर सितारे सजा कर निकलीं तो लोग उन्हें देखते रह गए। एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट का ताज पहनने के बाद गरिमा ने अपने सिर पर सेना की कैप को गर्व से पहना हुआ था। एक साथ गरिमा के सिर पर दो विपरीत क्षेत्रों का ताज था।
गरिमा यादव ने अपने पहले ही प्रयास में कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेज CDS की परिक्षा पास करके OTA पहुंची। गरिमा ने यहां एक साल कड़ी ट्रेनिंग की। साल 2017 में एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट ‘इंडियाज मिस चार्मिंग फेस’ में हिस्सा लिया था। वह इसकी विजेता बनीं और यहां से एक नए सफर पर निकलीं। आपको बता दें कि गरिमा को इटली में भी एक इंटरनेशनल लेवल के ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेना था। लेकिन उन्होंने इसकी जगह ओटीए में जाने का निर्णय लिया।
इस बार में जब गरिमा से पूछा गया तब उन्होने इसका जवाब दिया कि “OTA में उनकी ट्रेनिंग का एक साल काफी मजेदार था, और उनके लिए मुश्किल ट्रेनिंग के साथ तालमेल बैठा पाना मुश्किल हो रहा था। मौसम भी मेरे खिलाफ था। इसके अलावा मैं शारीरिक रूप से भी कमजोर थी। शुरुआत के कुछ दिनों में तो मैंने किसी तरह से मैनेज कर लिया। फिर मैंने ठान लिया था कि मुझे हिम्मत नहीं हारनी है। मैंने हर गतिविधि में हिस्सा लिया।“
गरिमा ने आगे कहा कि “लोगों में यह गलत धारणा है कि आपको एसएसबी में सफलता हासिल करने के लिए सभी तरह के खेलकूद में अच्छा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह गलत है। आपको बस अपनी कमजोरियों पर ध्यान देना है और उस दिशा में काम करना है। आपको रोज बेहतर नतीजे मिलने लगेंगे। गरिमा हरियाणा के रेवाड़ी के गांव सुरहेली की रहने वाली हैं। जिस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में उन्हें जीत हासिल हुई थी उसमें 20 राज्यों की लड़कियों ने हिस्सा लिया था।“