जम्मू- कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार को उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की है। उमर अब्दुल्ला से मिलने के बाद वह अपने आवास गये। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद फारूख अब्दुल्ला से मिलने उनके आवास पहुंचे।
बताते चलें कि करीब सात माह से अपने ही घर में नजबंद थे। उनको शुक्रवार को रिहा किया गया था। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने उन पर से जन सुरक्षा अधिनियम हटा कर रिहा कर दिया गया।
फारूख अब्दुल्ला ने रिहा होने पर उन सांसदो का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनकी रिहाई की लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि सारे नेताओं के रिहा होने के बाद ही वह कोई निर्णय ले पांएगे।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं को पीएसए के तहत हिरासत में लिया गया था। लेकिन उमर अब्दुला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती समेत अभी भी कई नेता नजरबंद है।
फारूख से मिलने पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सभी नजरबंद नेताओं को रिहा किया जाए, तब आगे की बातों के बारे में सोचेंगे। आजाद ने यह भी कहा कि सात महीने से अधिक समय तक घर में नजरबंद रखा गया। हम अभी भी इसके पीछे का कारण नहीं जानते, ऐसा कौन सा कार्य किया जिसके लिए उनको नजरबंद रखा गया