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J&K NEWS: एलजी मनोज सिन्हा गाजीपुर में डॉ. विवेकी राय के जन्म शताब्दी समारोह में हुए शामिल, प्रसिद्ध साहित्यकारों को दी श्रद्धांजलि

आज प्रदेश के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा गाजीपुर में हिंदी और भोजपुरी साहित्य के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. विवेकी राय के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए।

By: Priya Tomar 
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J&K NEWS: एलजी मनोज सिन्हा गाजीपुर में डॉ. विवेकी राय के जन्म शताब्दी समारोह में हुए शामिल, प्रसिद्ध साहित्यकारों को दी श्रद्धांजलि

J&K NEWS: आज प्रदेश के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा गाजीपुर में हिंदी और भोजपुरी साहित्य के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. विवेकी राय के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉ. विवेकी राय जी की बुद्धिमत्ता और आदर्श देश भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन गए है। और आज के समय में एक विकसित राष्ट्र के सपनों को साकार करने में हमारा मार्गदर्शन करते

एलजी ने डॉ. विवेकी राय को दी श्रद्धांजलि

वहीं एलजी ने लोगों से डॉ. विवेकी राय को उचित श्रद्धांजलि देते हुए भविष्य के 5 लक्ष्यों को प्राप्त करने व 5 प्रतिज्ञाओं को लेने का आह्वान किया। इसके साथ ही हमें अपने समय-परीक्षणित सभ्यतागत मूल्यों के साथ संबंधों को संरक्षित और मजबूत करना चाहिए। हमें युवा पीढ़ी को कला और साहित्य का खजाना देने में उनकी विशेष भूमिका है।

समाज के बुद्धिजीवियों को बड़ी जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहना चाहिए। ताकि भविष्य की चुनौतियों आसानी से सामना कर सकें। हमारा मार्ग सामूहिक दृष्टि का होना चाहिए। जिससे हमारा चौथा उद्देश्य सामूहिक शक्ति और समान चेतना के माध्यम से समान अवसरों वाले राष्ट्र के निर्माण पर केंद्रित करना है।

तकनीकी अर्थव्यवस्था हो रही है विकसित

सिन्हा का कहना है कि हमारा पांचवां उद्देश्य ग्रामीण भारत में शिक्षकों और लेखकों को अपने ज्ञान, कौशल और दक्षताओं को तेजी से एकीकृत विश्व अर्थव्यवस्था और लगातार विकसित करने के साथ -साथ तकनीकी परिदृश्य के अनुरूप उन्नत करने के अवसर प्रदान करने के तरीकों पर ध्यान देना है।

विवेक राय सभी के लिए है प्ररेणादायी

आपको बता दें कि उनके लेखन ने ग्रामीण भारत की आकांक्षाओं और आम आदमी और समाज के वंचित वर्गों के संघर्ष को सामने लाया। “हमारा पहला संकल्प हमारे समय-परीक्षणित सभ्यतागत मूल्यों के साथ संबंधों को संरक्षित और मजबूत करना और युवा पीढ़ी को कला और साहित्य का खजाना सौंपना होना चाहिए।

हर चुनौती के लिए रहना चाहिए तैयार

उपराज्यपाल का कहना है कि समाज के बुद्धिजीवियों को बड़ी जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहना चाहिए। ताकि भविष्य की चुनौतियों का समाधान प्रदान करना चाहिए। इसके साथ ही हमारा मार्ग सामूहिक दृष्टि का होना चाहिए जिससे कि सामूहिक शक्ति और समान चेतना के माध्यम से समान अवसरों वाले राष्ट्र का निर्माण हो सकें।

वहीं हमारा पांचवां उद्देश्य ग्रामीण भारत में शिक्षकों और लेखकों को अपने ज्ञान, कौशल और दक्षताओं को तेजी से एकीकृत विश्व अर्थव्यवस्था और लगातार विकसित करने के साथ तकनीकी परिदृश्य के अनुरूप अवसर प्रदान करना होना चाहिए।

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