भारत में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है, जो भारतीय लोकतंत्र के आधार स्तंभ के रूप में संविधान के महत्व को उजागर करता है। इस दिवस को 1949 में भारतीय संविधान अपनाए जाने की याद में मनाया जाता है।
भारतीय संविधान को तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन का समय लगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 25 भाग शामिल हैं। संविधान में मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों दोनों का उल्लेख किया गया है।
संविधान निर्माण का मुख्य श्रेय डॉ. भीमराव अंबेडकर को दिया जाता है, जो संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है। संविधान सभा में कुल 389 सदस्य थे, जिसके अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे।
संविधान को अनाधिकृत रूप से 26 नवंबर को लागू करने का निर्णय लिया गया, क्योंकि इस दिन संविधान निर्माण समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ. सर हरिसिंह गौर का जन्मदिवस है।
संविधान दिवस पहली बार 2015 में मनाया गया। इस साल संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती थी, और इसी अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की गई।