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विदेश में एक फिर भारत ने गाड़ा झंड़ा, उत्तराखंड के वैज्ञानीक को मिला ये सम्मान…

एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के फार्मास्युटिकल साइंस विभाग में प्रोफेसर अजय सेमल्टी को लगातार दूसरे वर्ष स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध समूह द्वारा प्रकाशित सूची में दुनिया के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है।

By: RNI Hindi Desk 
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विदेश में एक फिर भारत ने गाड़ा झंड़ा, उत्तराखंड के वैज्ञानीक को मिला ये सम्मान…

रिपोर्ट: अनुष्का सिंह

देहरादून: एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के फार्मास्युटिकल साइंस विभाग में प्रोफेसर अजय सेमल्टी को लगातार दूसरे वर्ष स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध समूह द्वारा प्रकाशित सूची में दुनिया के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है।

इस साल सेमल्टी को प्रतिष्ठित सूची में कुल मिलाकर 1,70,702 रैंक पर रखा गया है, जो पिछले साल फार्मेसी और फार्माकोलॉजी में मिले 1,96,612 रैंक से एक बड़ी छलांग है।

बता दे कि सेमाल्टी का कहना है कि कोविड-19 महामारी के कारण दुर्लभ संसाधनों और परिस्थितियों में, यह एक सुखद खबर है कि उन्हें यह उपलब्धि मिली है।

डॉ. अजय सेमल्टी वर्तमान में फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग, एच.एन.बी गढ़वाल विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्य कर रहें । उन्हें एम. फार्म से सम्मानित भी किया गया है। उन्होंने मेजो विश्वविद्यालय नागोया, जापान में डॉक्टरेट के बाद का शोध पूरा किया।

बता दे कि उन्हें उत्तराखंड विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST), सरकार द्वारा वर्ष 2007 के उत्तराखंड के “यंग साइंटिस्ट अवार्ड” से सम्मानित किया गया था। उनके पास उच्च प्रभाव वाली विभिन्न समकक्ष समीक्षा वाली राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में कुल 64 पत्र (30 अंतर्राष्ट्रीय, 34 राष्ट्रीय) हैं। साथ ही वह एल्सेवियर, टेलर एंड फ्रांसिस, इंफोर्मा, स्प्रिंगर और बेंथम की विभिन्न फार्मेसी पत्रिकाओं के लिए सहकर्मी समीक्षक हैं। वह विभिन्न राष्ट्रीय पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड के सदस्य भी हैं।

उन्होंने “आर्ट ऑफ राइटिंग एंड पब्लिशिंग इन फार्मास्युटिकल जर्नल्स” और “एसेंशियल्स ऑफ फार्मास्युटिकल टेक्नोलॉजी” नामक दो पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं। उनके पास 2 भारतीय पेटेंट। साथ ही वह उत्तराखंड राज्य शाखा (2008-11) के एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल टीचर्स ऑफ इंडिया (APTI) के उपाध्यक्ष हैं। वह एपीटीआई और आईपीए के आजीवन सदस्य के रुप मे भी कार्य करते हैं। उन्हें अध्यापन और अनुसंधान का 11 वर्षों से अधिक का अनुभव है।

बता दे कि वह आइसलैंड रिसर्च फाउंडेशन, इज़राइल साइंस फाउंडेशन (ISF) इज़राइल के विशेषज्ञ समीक्षक और संस्थान और विश्वविद्यालय अनुसंधान मंत्रालय (MIUR), इटली के वैज्ञानिक विशेषज्ञ हैं।

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