सतना (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को सतना पहुंचे, जहां उन्होंने नवनिर्मित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) के उद्घाटन एवं भूमि पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद फीता काटकर 31 करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से बने ISBT का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह बस टर्मिनल सतना सहित आसपास के क्षेत्रों के लिए आधुनिक यातायात सुविधाओं का प्रमुख केंद्र बनेगा।

अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होगा ISBT
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की कि इस आधुनिक बस टर्मिनल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विंध्य की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले सतना के विकास को इस परियोजना से नई गति मिलेगी और यात्रियों को बेहतर, सुरक्षित व सुव्यवस्थित परिवहन सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

यात्रियों की सुविधा और कनेक्टिविटी पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि ISBT के संचालन से जिले की कनेक्टिविटी मजबूत होगी, जिससे व्यापार, रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शेष निर्माण और व्यवस्थागत कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे किए जाएं। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार बुनियादी ढांचे के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।

हवाई पट्टी विस्तार और नर्मदा जल की बड़ी घोषणा
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को सतना की हवाई पट्टी को पुनः 1800 मीटर तक विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि भविष्य में हवाई सेवाओं का विस्तार किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि वर्ष 2026 तक बरगी नहर के माध्यम से नर्मदा का पानी सतना के नागरिकों को उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे पेयजल समस्या का स्थायी समाधान होगा।

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की रही मौजूदगी
ISBT उद्घाटन कार्यक्रम में सतना के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, सतना सांसद गणेश सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम स्थल पर उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला।

सतना को मिलीं कई और विकास परियोजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर सतना जिले को कई अन्य विकास कार्यों की सौगात भी दी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य सतना को बुनियादी सुविधाओं, परिवहन, जल आपूर्ति और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। यह ISBT परियोजना जिले के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
