रिपोर्ट: अनुष्का सिंह
नई दिल्ली:2022 के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए, पूर्व मुख्यमंत्री और नावेलिम विधायक लुइजिन्हो फलेरो ने सोमवार को पार्टी विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया। उन्होंने गोवा विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया और उनके तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने की संभावना है।
और इसी बात की पुष्टी करते हुए फलेरो ने कहा- कि बहुत से लोग उनसे पूछ रहे थे कि क्या वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं। “निश्चित रूप से नहीं। मैं कांग्रेस परिवार से हूं और मैं हमेशा कांग्रेस के साथ रहूंगा, लेकिन मैंने विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया है। क्योंकि मैं राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस परिवार को बनाने, मजबूत करने, और एकजुट करने का सपना देखता हूं और मैं कड़ी मेहनत करूंगा ऐसा करने के लिए।”
फलेरो ने कहा- “यह कांग्रेस परिवार आज विभाजित हो गया है, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, वाईएसआर कांग्रेस, एनसीपी नेता शरद पवार से संबंधित कांग्रेस है और मेरी पार्टी से संबंधित कांग्रेस थी, जो इंदिरा कांग्रेस है लेकिन एक बार परिवार विभाजित हो जाता है तो यह कमजोर हो जाता है। कभी भारत को आजादी देने वाली कांग्रेस आज कमजोर है, और सब कुछ खो रही है। उन्होंने आगे कहा मैंने फैसला किया है और देखा है कि हम एक बार फिर कड़ी मेहनत करेंगे और गोवा और केंद्र में मौजूदा सरकार का कड़ा विरोध करेंगे।”
उन्होंने कहा, “मैंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है, कांग्रेस के दर्शन, कांग्रेस की विचारधारा, कांग्रेस के सिद्धांत और कांग्रेस के कार्यक्रम हमेशा मेरे करीब और प्रिय रहेंगे।”
मिली जानकारी के अनुसार, फलेरो ने कहा कि आज देखना होगा कि कौन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को कड़ा विरोध दे सकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कांग्रेस ने अपमानित किया है, उन्होंने कहा कि यह एक अलग मुद्दा है।