नई दिल्ली : देश में आये कोरोना का दूसरा लहर पहले से भी ज्यादा खतरनाक है, जिसे लेकर लगातार स्वास्थ मंत्रालय द्वारा चेतावनी दी जा रही है। वहीं अब कोरोना के इस नये स्ट्रेन को लेकर एक्सपर्ट ने भी गहरी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही इस महामारी के आंकड़ों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले समयों में और भी अधिक गंभीर स्थित हो सकती है।
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल के एमडी. डॉ सुरेश कुमार का कहना है कि इस बार बीमार होने वालों में सबसे अधिक संख्या युवाओं, बच्चों और गर्भवती महिलाओं की है। उन्होंने कहा कि नई लहर पहले से ज्यादा तेज़ी से फैल रही है। पिछले हफ्ते 20 मरीज़ अस्पताल में भर्ती हुए थे, अब ये संख्या 170 तक पहुंच गई है। दिल्ली में अब बेड्स की डिमांड बढ़ने लगी है।
डॉ. सुरेश ने कहा कि पहले जो लोग कोरोना की चपेट में आ रहे थे, उनमें अधिकतर बुजुर्ग थे। लेकिन इस बार युवा, बच्चे, गर्भवती महिलाए हैं, जो चिंता का विषय है। हमने अस्पताल में कोरोना की इस लहर से निपटने के कई इंतज़ाम किए हैं। डॉ. सुरेश ने कहा कि लोकनायक अस्पताल में ओपीडी सुविधाओं को बंद करने को लेकर अभी तक उनका ऐसा कोई प्लान नहीं है।
गौरतलब है कि मुंबई में दूसरी लहर के 80 फीसदी से अधिक मामले बिना लक्षणों वाले हैं। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया और कंफडरेशन ऑफ मेडिकल एसोएिशन ऑफ एशिया के प्रेसिडेंट डॉ केके अग्रवाल के मुताबिक, महिलाएं और बच्चों में कोरोना के लक्षण कम आते हैं, लेकिन इन्हें सावधान रहने की जरूरत है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण आते हैं, तो इसका मतलब है कि कोरोना शरीर पर हिट कर रहा है। इसका हल यही है कि अगर आप किसी पॉजिटिव के लक्षण में आए हैं, तो खुद को आइसोलेट कर लें। अगर आप खुद को आइसोलेट नहीं करते हैं तो आने वाले समयों में इन संख्याओं में और भी इजाफा हो सकता है।