रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कोविड महामारी से लोग लगातार दम तोड़ रहे हैं, सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात यह है कि ऑक्सीजन की कमीं से लोग ज्यादा दम तोड़ रहे हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने का एक घरेलु नुस्खा तेजी से वायरल हो रहा है, जिसपर लोग आंख मूंद कर भरोसा भी कर रहें हैं। वायरल इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कपूर, लौंग, अजवाइन और नीलगिरी के तेल की पोटली बनाकर सूंघने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है। आइये जानते हैं इस वायरल पोस्ट की हकीकत।
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में सुझाव दिया गया है कि कपूर, लौंग, अजवाइन और नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदें डालकर पोटली बना लें और इसे पूरे दिन सूंघते रहें। इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि ऐसा करने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है, इसके साथ ही सीने में घरघराहट की दिक्कत दूर करने में भी मदद करता है। आगे लिखा है कि ये पोटली लद्दाख में पर्यटकों को दी जाती है जब ऑक्सीजन लेवल कम होता है।
सबसे खास बात यह है कि इस देशी नुस्खे का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। लेकिन ये पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी फेसबुक पर इस पोस्ट को शेयर किया था। आइये जानते हैं क्या है हकीकत।
कपूर: यह एक ऐसा ज्वलनशील सफेद क्रिस्टलीय पदार्थ है जिसमें तेज सुगंध होती है। इसका इस्तेमाल कुछ लोग दर्द और खुजली होने पर भी करते हैं। इसमें कुछ मात्रा में विक्स वेपोरब में भी मिलाया जाता है। आपको बता दें कि इसके प्रभावी होने के मिलेजुले सबूत हैं। वहीं कुछ पुराने शोध के मुताबिक कपूर और नीलगिरी तेल का बंद नाक पर कोई असर नहीं होता है।
जबकि एक अन्य शोध में दावा किया गया है कि कोई सबूत नहीं है कि बंद नाक से राहत मिलने पर ऑक्सीजन स्तर में सुधार होता है। वहीं कपूर की थोड़ी सी भी ज्यादा मात्रा सूंघना खतरनाक हो सकता है, खासकर बच्चों के लिए।
लौंग: आपको बता दें कि पोटली में लौंग होने का दावा इटली के एकल साहित्य समीक्षा पर आधारित है। माना जाता है कि लौंग SARS-CoV-2 पर असर डाल सकता है। लेकिन इस शोध में दावा किया गया है कि ये समीक्षा हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस पर आधारित है और इसका कोरोनावायरस से कोई संबंध नहीं है। वायरल पोस्ट में सिर्फ यूजेनॉल सूंघने की सलाह नहीं दी गई है। सिर्फ लौंग सूंघना खतरना हो सकता है।
अजवाइन और नीलगिरी का तेल: आपको बता दें कि किसी भी शोध में इस बात के सबूत नहीं मिले हैं जिससे पता चल सके कि ये दोनों चीजें ब्लड ऑक्सीजन बढ़ाते हैं। अजवाइन और नीलगिरी के तेल के सांस से जुड़ी दिक्कत दूर करने के भी कोई साक्ष्य नहीं हैं।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन में भी इस तरह के इलाज संबंधी कोई जानकारी नहीं दी गई है। कुल मिलाकर निष्कर्ष यही है कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि कपूर, लौंग या अजवाइन ब्लड ऑक्सीजन को बढ़ाते हैं या फिर सांस से जुड़ी समस्या ठीक करते हैं। आपके लिए अच्छा यही होगा कि इस तरह के वायरल घरेलू नुस्खों पर आंख बंद पर करके भरोसा करने की बजाय आप अपनी समस्या के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।