रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: पंजाब में हुए नगर निकाय के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को ब़ड़ी सफलता मिली है। आपको बता दें कि 14 फरवरी को आठ नगर निगमों, 109 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के तहत आने वाले 2.302 वार्डों का चुनाव कराया गया था। जिसमें कांग्रेस पार्टी ने अपना दबदवा कायम किया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो इस निकाय के चुनाव में मायूसी हाथ लगी है।
किसान आंदोलन का असर इस निकाय चुनाव पर भी पड़ा है। आपको बता दें कि इस चुनाव का नतीजा कांग्रेस और अकाली दल के पक्ष में ही जाता दिख रहा है। आम आदमी पार्टी ने भी कुछ जगहों पर शानदार प्रदर्शन की है। वहीं बीजेपी केवल हार का ही सामना कर रही है।
किसान आंदोलन में अबतक यही कहा जा रहा था कि आंदोलन में सबसे ज्यादा पंजाब और हरियाणा के किसानों ने हिस्सा लिया है। जिसको पंजाब निकाय चुनाव ने सिद्ध कर दिया। जबकि किसान आंदोलन को लीड कर रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैट पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ताल्लुक रखते हैं।
ऐसे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी इस आंदोलन में जमकर हिस्सा लिया है। इस बात को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि आने वाले यूपी पंचायत चुनावों में भी बीजेपी को इस तरह का ही रिजल्ट देखने को मिल सकता है। देखना यह होगा की bjp पंचायत चुनाव से पहले कौन सी रणनीति अपनाती है।