रिपोर्ट:पायल जोशी
नई दिल्ली : उतराखंड में भारी बारिश के बाद अब मौसम साफ हो गया है। हालांकि कई जगह पर सुबह की शुरुआत हल्के कोहरे के साथ हुई लेकिन दिन चढ़ने के बाद चटख धूप खिल गई, और वहीं चारधाम की यात्रा भी शुरु हो गई है। चौकी के इंचार्ज गंभीर तोमर ने बताया कि सुबह से अब तक 1200 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंच चुके हैं, और सुबह जोशीमठ और हेमकुंड साहिब में जबरदस्त बर्फबारी हुई है और बर्फ दो फीट तक जमी हुई है।
बता दें कि मलारी हाईवे शुक्रवार को पांचवे दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया, और यहां दो जगहों पर चट्टान टूटने से हाईवे पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। चट्टान से बड़े-बड़े बोल्डर हाईवे पर अटके हुए हैं, जिससे सीमांत क्षेत्र के गांवों के लोगों के साथ ही सेना के जवानों को भी आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि चीन सीमा क्षेत्र के गांवों में पिछले चार दिनों से बिजली और संचार सेवा भी ठप है। 17 अक्टूबर की रात से क्षेत्र में भारी बारिश के बाद तमकनाला, भापकुंड और तपोवन से करीब दो किलोमीटर आगे हाईवे टूट गया था, जिस वजह से तीन दिनों से बीआरओ की टीम और मशीनें बदरीनाथ हाईवे को खोलने में जुटी हुई है। इसी कारण मलारी हाईवे को अभी तक नहीं खोला जा सका है। बता दें कि चारधामों में दर्शन करने वाले यात्रियों का आंकड़ा दो लाख पार हो गया है, और सबसे ज्यादा बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है।
35 दिनों के भीतर केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में 2.12 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं। जिसमें सबसे अधिक दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या केदारनाथ धाम के हैं। बता दें कि गुरुवार को केदारनाथ धाम में 10750, बदरीनाथ में 1785, गंगोत्री में 1150 और यमुनोत्री धाम में 2631 यात्रियों ने दर्शन किए थे।