अडानी समूह के शेयरों ने फिर से अपनी गति हासिल कर ली है। अडानी ग्रुप को एक अमेरिकी जांच एजेंसी के आरोपों से पैदा हुए सदमे को दूर कर दिया है।
दावों की सुर्खियां बनने के 24 घंटे के बाद भारतीय शेयर बाजार में जोरदार उछाल देखा गया, जिसमें अंबुजा सीमेंट्स, अडानी एंटरप्राइजेज, एसीसी और अडानी पोर्ट्स सहित अडानी समूह के शेयरों में बढ़त दर्ज हुई है।
यह उथल-पुथल गुरुवार को शुरू हुई जब न्यूयॉर्क की एक अदालत से खबर आई। जिसमें अमेरिकी अधिकारियों ने अडानी समूह पर धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का आरोप लगाया। आरोपों में खास तौर पर अडानी ग्रीन एनर्जी से जुड़ी एक योजना की ओर इशारा किया गया, जहां कंपनी ने कथित तौर पर एक सोलर एनर्जी के प्रोजेक्ट के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी। रिपोर्ट के अनुसार, 2020 से 2024 के बीच, अडानी ग्रीन और एज़्योर पावर ग्लोबल ने रिश्वत में $265 मिलियन (लगभग ₹2,236 करोड़) डाले थे।
आरोपों के बाद अडानी समूह के कुछ शेयरों में 20% से अधिक की गिरावट आई। गुरुवार को समूह के बाजार पूंजीकरण में 5.35 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट आई, जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई। अडानी एंटरप्राइजेज (-22.52%), अडानी ग्रीन एनर्जी (-18.68%) और अंबुजा सीमेंट्स (-11.65%) जैसे शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई।
हालांकि, इसका असर कुछ ही समय तक रहा और अमेरिकी जांच के दावों के बाद शुक्रवार दोपहर तक, अडानी समूह के शेयरों में तेजी से सुधार हुआ। शुरुआती नुकसान के बावजूद, अडानी ग्रीन एनर्जी जैसे शेयर – जो शुरू में 10% से अधिक गिर गए थे, दोपहर 1 बजे तक लगभग 2% बढ़ गए थे। अडानी एंटरप्राइजेज, एसीसी और अडानी पोर्ट्स सहित अन्य शेयरों में 3-5% की बढ़ोतरी हुई, जो बाजार के लचीलेपन का संकेत है।
तेजी से हुई रिकवरी से पता चलता है कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट द्वारा शुरू किए गए 2023 के संकट का प्रभाव लंबे समय रहा जबकि इस बार यह प्रभाव काफी कम यानि 24 घंटे के भीतर खत्म हो गया और निवेशक अपने खरीद पैटर्न पर लौट आए। इसके बाद अडानी समूह ने आरोपों का खंडन करने में देर नहीं लगाई।
गुरुवार को शेयर बाजार ने इस खबर पर तीखी प्रतिक्रिया दी। जिसमें सेंसेक्स 422 अंक और निफ्टी 171 अंक गिर गया था। लेकिन शुक्रवार दोपहर तक अंबुजा सीमेंट्स (5% ऊपर), अडानी एंटरप्राइजेज (3.66% ऊपर) और एसीसी (3.90% ऊपर) जैसे शेयरों में काफी खरीदारी देखी गई।
This Post is written by Shreyasi Gupta