नई दिल्ली : सभी बच्चे घर के आंगन में आंख मिचौली खेल रहें थे। एक-दूसरे को ढूंढ़ रहे थे। लेकिन उन्हें क्या पता की वे जिस आंख मिचौली खेल को खेल रहें हैं, वो उनके लिए जानलेवा हो सकता है। एक ऐसा ही दर्दनाक मामला राजस्थान के बीकानेर जिले का है। जिसे एक परिवार पूरी जिंदगी नहीं भूला पायेगा। जहां लुका-छिपी के खेलने ने 5 बच्चों की जान ले ली। सभी मृत मासूमों की उम्र 8 साल से कम है। हैरानी की बात यह है कि चार आपस में सगे भाई-बहन थे, जबिक एक पड़ोसी का बेटा था।
दरअसल, यह दिल दहला देने वाला हादसा बीकानेर जिले में रविवार दोपहर हिम्मतासर गांव में हुई। जहां किसान भीयाराम के चार बच्चे और एक पड़ोसी की बच्ची आपस में अपने घर के आंगन में लुखा-छिपी खेल रहे थे। मासूम खेल-खेल में वहां रखी अनाज की टंकी में जाकर छिप गए। इस दौरान अचानक टंकी का ढक्कन बंद हो गया। इससे सभी बच्चे अंदर फंस गए और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
आपको बता दें कि यह हादसा जिस वक्त हुआ है उस दौरान घर में कोई नहीं था। मृत बच्चों के परिवार के सभी सदस्य खेत गए हुए थे। जिस वजह से मासूमों ने चीखने-पुकारने की आवाज कोई सुन न सका। इतना ही नहीं परिवार के लोग जब लौटकर घर आए तो बच्चें उनको कहीं दिखाई नहीं दिए। जिसके बाद उन्होंने काफी देर तक बच्चों की तलाश शुरू की। कई जगह तलाशने के बाद भी जब उनका पता नहीं चला तो अचानक ही अनाज रखने वाले ड्रम की जांच की गई। तब इन मासूमों का पता चला।
परिजनों ने जैसे ही टंकी का ढक्कन खोला तो उनके होश उड़ गए। सभी बच्चे बेहोशी की हालत में थे। मासूमों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मृत बच्चों में चार आपस में सगे भाई-बहन थे, जिनकी पहचान सेवाराम (4 साल), रवीना (7 साल), राधा (5 साल) और पूनम (8 साल) के तौर पर हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। नापासर थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं भीयाराम की पत्नी ने बताया कि हमने खेत से घर आकर बच्चों को बहुत देर तक इधर-उधर ढूंढा लेकिन कोई नहीं मिला। बाद में अनाज की टंकी को देखा तो पांचों बच्चों उसमें बेसुध पड़े थे।
आपको बता दें कि इस हादसे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहरा दुख भी जताया है।