रिपोर्ट: नंदनी तोदी
अलीगढ: सत्य की राह पर चलने वाले बापू को आज से 73 साल पहले नाथूराम गोडसे ने गोली मरकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद से पूरा देश आज के दिन महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के रूप में मनाता है। पर क्या आप जानते है कि सत्यवादी बापू के अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से गहरे ताल्लुक है।
दरअसल, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के तरजुमान डॉ राहत अबरार ने बताया कि 1925 में बापू अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय आए थे। उन्हें छात्र संघ ने मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था।
बता दें, महात्मा गांधी उस समय स्वतंत्रता आंदोलन से युवाओं को जोड़ने में लगे हुए थे। और यहीं पर उन्हें आजीवन छात्र संघ की सदस्यता दी गई थी। बताया जाता है कि महात्मा गाँधी ने उस समय अपील की थी कि छात्र अंग्रेजों से मिलने वाली सहायता को स्वीकार न करें।
इसके बाद महत्मा गाँधी पहले ऐसे व्यक्ति बने जिन्हें अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्र संघ की आजीवन सदस्यता मिली।
बताया जाता है कि महात्मा गाँधी जब उस समय राष्ट्रिय आंदोलन चला रहे थे, तब उसके एक सक्रीय मेंबर अब्दुल मजीद ख्वाजा के आवास पर भी वे गए थे। बता दें, इस वक्त जो विश्वविद्यालय का एकेडमिक टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर है, वो उस समय अब्दुल मजीद ख्वाजा का आवास हुआ करता था। और यहां पर राष्ट्रीय आंदोलन के संबंध में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते थे।
सबसे अहम बात तो ये है कि आज भी अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में महात्मा गाँधी से जुडी कुछ वस्तुएं महफूज़ है। इसमें महात्मा गाँधी के हाथ से लिखा उर्दू का पत्र संरक्षित है। इसके अलावा महात्मा गांधी के द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले अखबारों की कुछ प्रतियां भी मौजूद हैं।