Uttrakhand Weather: प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से आज उत्तराखंड में बारिश की संभावना जताई जा रही है। साथ ही आने वाले समय में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इस कारण हिमालयी गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। कुछ जिलों में घरों तथा दुकानों में जलभराव हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में भूस्खलन होने से लोगों के घरों के आंगन ध्वस्त हो रहे है।
जिलों में किया गया येलो अलर्ट जारी
उत्तराखंड में अधिक बारिश के चलते मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत टिहरी, नैनीताल, चंपावत, चमोली और बागेश्वर जैसे कुछ का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में भी तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं।
मौसम विभाग की ओर से भी मैदानी जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 9 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। जबकि आगामी दिनों में प्रदेश भर में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
आवाजाही हुई प्रभावित
प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अब तो हालात यह है कि भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा मार्ग अभी तक सुचारू नहीं हो पाया है,जिसके कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
प्रदेश में भारी बारिश के बाद मार्गों में जगह-जगह मलबा इकट्ठा हो जाने से 93 मार्ग बंद कर दिए गए हैं। रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में कुंड पुल के पास कटाव के चलते वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।
आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक , सोनप्रयाग-गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग में लिनचौली के पास अधिक मलबा आने से मार्गों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
वहीं रुद्रप्रयाग में 12 ग्रामीण और दो पैदल मार्ग बंद हैं। मलबे के कारण उत्तरकाशी में दो राज्य और नौ ग्रामीण मार्ग, नैनीताल में एक राज्य और 10 ग्रामीण मार्ग, बागेश्वर जिले में 12 ग्रामीण मार्ग, हरिद्वार में दो और पौड़ी जिले में एक राज्य मार्ग और सात ग्रामीण मार्गों को मलबा के कारण आवाजाही पूर्ण रुप से प्रभावित हुई है, जिसके चलते मार्गों को बंद कर दिया गया है।
This post is written by PRIYA TOMAR